लखनऊ: 2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए नेताओं के वार- पलटवार का सिलसिला जारी है। ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से भाजपा प्रत्याशी और हाल ही में विवादास्पद बयान देने वाली साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर निशाना साधते हुए सोमवार को सवाल किया कि चुनाव आयोग उनका नामांकन रद्द क्यों नहीं कर रहा है।

प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा- ‘भोपाल से भाजपा प्रत्याशी और मालेगांव ब्लास्ट आरोपी साध्वी प्रज्ञा का दावा है कि वह ‘धर्मयुद्ध’ लड़ रही हैं। यही है बीजेपी-आरएसएस का असली चेहरा, जो लगातार बेनकाब हो रहा है।’

मायावती का वार सिर्फ प्रज्ञा ठाकुर- भाजपा और आरएसएस तक नहीं रुका। इसके बाद उन्होंने चुनाव आयोग पर भी हमला करते हुए लिखा, लेकिन चुनाव आयोग केवल नोटिस ही क्यों जारी कर रहा है। प्रज्ञा का नामांकन क्यों नहीं रद्द कर रहा है? ‘मीडिया की जबर्दस्त आलोचनाओं के बावजूद चुनाव आयोग अगर जनसंतोष के मुताबिक निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा है तो यह देश के लोकतंत्र के लिए बड़ी चिंता की बात है। इस गिरावट के लिए असली जिम्मेदार कोई और नहीं, बल्कि भाजपा व पीएम मोदी हैं, जो गंभीर आरोपों से घिरे हैं।’

बता दें कि इससे पहले रविवार (21 अप्रैल) को मायावती ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, ‘पीएम मोदी ने अपने मन की बात सुनकर मनमानी की व स्वार्थ के लिए अपनी जाति को पिछड़ा वर्ग घोषित कर दिया, लेकिन बीएसपी-सपा-आरएलडी ने जनता के मन की बात सुनी, समझी और उसका सम्मान करके व्यापक जनहित व देशहित हेतु आपस में गठबंधन किया। जनता में उमंग पर बीजेपी की बौखलाहट स्पष्ट है। नरेन्द्र मोदी यूपी में घूम-घूमकर कह रहे हैं कि यूपी ने उन्हें देश का पीएम बनाया है, जो सही है। लेकिन उन्होंने यूपी की 22 करोड़ जनता के साथ वादाखिलाफी व विश्वासघात क्यों किया? यूपी अगर उन्हें पीएम बना सकता है तो उन्हें उस पद से हटा भी सकता है, जिसकी पूरी तैयारी दिखाई पड़ती है।’