नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है. इसी क्रम में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा. अखिलेश ने कहा कि जिस तरह से बाबा मुख्यमंत्री जिस तरह से जनसभा के दौरान आपत्तिजनक और विवादित बयान देते हैं. उनके लिए चुनाव आयोग को स्पेशल कोर्ट बनान चाहिए. जिससे उनके बयानबाजी पर शिंकजा कसा जा सके. उन्होंने कहा कि बाबा मुख्यमंत्री को प्रचार करने से चुनाव आयोग को रोकना नहीं चाहिए.

बाबा मुख्यमंत्री जितना प्रचार करेंगे उतना गठबंधन का फायदा होगा. लखीमपुर खीरी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अगर संविधान न होता तो बाबा मुख्यमंत्री मठ में क्या कर रहे होते? आप प्रसाद बांट रहे होते.

अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा मुख्यमंत्री कहते हैं कि संविधान नहीं होता तो मैं भैंस चारा रहा होता. तो मैं पूछना चाहता हूं कि अगर संविधान न होता तो बाबा मुख्यमंत्री क्या कर रहे होते. वे मठ में प्रसाद बांट रहे होते. मेरे तो भैंस चराने वाले भी हैं और भेड़ बकरी चराने वाले भी हैं. मैं चुनाव आयोग से गुजारिश करूंगा की ऐसे लोगों के लिए स्पेशल कोर्ट बनाएं, वरना ये लोग ऐसे ही बोलते रहेंगे.

बता दें शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने इटावा में बीजेपी प्रत्याशी रामशंकर कठेरिया के समर्थन में जनसभा की. यहां उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन के साथ ही अखिलेश यादव पर भी जमकर निशाना साधा. योगी ने कहा कि जो लोग कभी भीमराव आंबेडकर को गाली देते थे, मायावती उनके साथ आ गई हैं. यही मायावती कहती थीं कि अगर संविधान नहीं होता तो अखिलेश यादव किसी जमींदार के घर भैंस चरा रहा होता.