नई दिल्ली: ओडिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले की जांच के बाद आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन को चुनाव आयोग द्वारा निलंबित किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार को पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि पीएम मोदी और चुनाव आयोग ने जांच अधिकारी को निलंबित करके अपनी छवि सुधारने का एक बड़ा मौका गंवा दिया है।

उन्होंने लिखा कि इस वक्त आयोग की निष्पक्षता और प्रधानमंत्री पर देश की निगाहें टिकी हुई हैं। अगर पीएम के हेलीकॉप्टर की जांच करने वाले अधिकारी को निलंबित ना किया जाता तो इसका अच्छा संदेश जाता। कुरैशी ने शांतिपूर्वक जांच में सहयोग करने वाले ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तारीफ भी की।

इससे पहले कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार और प्रधानमंत्री को घेरते हुए कहा था कि क्या देश में कुछ लोगों के लिए विशेष कानून है? पार्टी ने यह सवाल भी पूछा कि प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर में ऐसा क्या होता है, जिसे वह देश को नहीं दिखाना चाहते?

चुनाव आयोग ने कर्नाटक कैडर के 1996 बैच के आईएएस मोहम्मद मोहसिन को यह करते हुए निलंबित कर दिया है कि एसपीजी सुरक्षा प्राप्त प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की जांच को लेकर अधिकारी ने दायित्व का समुचित निर्वाह नहीं किया।

जब आईएएस मोहसिन न प्रधानमंत्री के काफिले में शामिल हेलीकॉप्टर की जांच करने की कोशिश की तो उस समय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से उनकी बहस हुई। मोहसिन का कहना था कि उनके पास चुनाव के दौरान किसी भी वाहन की जांच करने का अधिकार है।