नई दिल्ली: वाराणसी लोकसभा सीट इस बार प्रधानमंत्री मोदी के लिए चुनौती बनता जा रहा था. भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद 'रावण' ने उनके खिलाफ चुनाव का लड़ने का एलान किया है. वहीं बीएसएफ के निलंबित जवान तेज बहादुर यादव ने भी चुनाव लड़ने का आह्वान किया है.

बीजेपी इन उम्मीदवारों से ज्यादा उन 111 किसानों को लेकर चिंतित दिख रही थी जिन्होंने नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बनारस से चुनाव लड़ने का एलान किया था. लेकिन इस मोर्चे पर बीजेपी के लिए एक राहत भारी ख़बर आई है. दरअसल बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद किसानों ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है.

बीबीसी से बातचीत में किसान नेता अय्याकन्नु ने कहा कि अमित शाह से उनकी मुलाक़ात हुई है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किसानों की सभी मांगों से सहमती जताई है.

दक्षिण भारत रिवर लिंकिग फॉर्मर एसोसिएशन के अध्यक्ष अय्याकन्नु ने कहा है कि अब वो चुनाव नहीं लड़ेंगे. दिलचस्प बात है कि अय्याकन्नु आरएसएस के किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन से हैं.

बीते साल दिल्ली आये तमिलनाडु के इन्हीं किसानों ने अपने विरोध-प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा था. चूहा खाकर और मूत्र पी कर इन्होने दिल्ली में सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया था.