नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर रविवार को ‘गंदी राजनीति’ करने का आरोप लगाया। इससे पहले, मोदी ने दावा किया था कि जलियांवाला बाग हत्याकांड की 100वीं बरसी के मौके पर आयोजित आधिकारिक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता नहीं आए थे क्योंकि वह ‘कांग्रेस परिवार की भक्ति’ में व्यस्त थे। सिंह ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार की पहलों और कार्यक्रमों का साथ देने के बजाय जानबूझकर ‘समानांतर कार्यक्रम’ आयोजित किया।

केंद्र ने शनिवार को अमृतसर में आयोजित कार्यक्रम आयोजित किया था जिसमें उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शिरकत की थी। सिंह ने एक बयान में दावा किया कि बीते दो साल में उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर प्रधानमंत्री से संपर्क कर उनसे समर्थन मांगा कि श्रद्धांजलि देने वाले कार्यक्रम का आयोजन उपयुक्त तरीके से हो, लेकिन केंद्र ने ठीक से जवाब नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बजाए, मोदी सरकार ने अपना कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया। साफ जाहिर होता है कि लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में ऐसा राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए किया गया। सिंह ने कहा कि जलियांवाला बाघ न्यास के अध्यक्ष प्रधानमंत्री हैं। यह देखते हुए यह वाकई हैरान करने वाला है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री सिंह ने अमृतसर में जलियांवाला बाग स्मारक पर शनिवार सुबह पुष्पांजलि अर्पित की थी। शनिवार दोपहर को, उपराष्ट्रपति जलियांवाला बाग गए और 13 अप्रैल 1919 के कत्लेआम में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। इस कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति मंत्रालय ने किया था। पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनौर और पंजाब कैबिनेट के मंत्री ओपी सोनी दोपहर में आयोजित हुए कार्यक्रम में पहुंचे थे। जम्मू कश्मीर के कठुआ में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि सिंह ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया क्योंकि वह ‘कांग्रेस परिवार’ की भक्ति करने में व्यस्त थे। मोदी ने यह भी कहा कि वह सिंह को लंबे वक्त से जानते हैं और उनकी देशभक्ति पर कभी सवाल नहीं किया लेकिन वह समझ सकते हैं कि परिवार भक्ति के लिए उन पर किस तरह का दबाव डाला होगा। सिंह ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया,‘‘नरेंद्र मोदी जी जलियांवाला बाग पर कठुआ में आपकी टिप्पणी से हैरान हूं। आपने एक दुखद घटना का इस्तेमाल गंदी राजनीति करने के लिए किया और बीते दो साल से हम आप से अनुरोध कर रहे हैं कि मेरी सरकार को समर्थन दीजिए।

आपने इसके बजाए समानांतर कार्यक्रम आयोजित करने के अपनी सरकार के फैसले को आसानी से अनदेखा कर दिया।’’ मोदी ने टिप्पणी की कि सिंह ने कांग्रेस आलाकमान के दबाव के चलते कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया जिस पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि भाजपा के विपरीत, कांग्रेस नेतृत्व अपनी राज्य सरकारों पर हुक्म थोपने में यकीन नहीं रखती है।

सिंह ने दावा किया कि मतदाताओं को लुभाने के लिए देश के प्रधानमंत्री को इतना नीचे गिरना शोभा नहीं देता है और मोदी से अनुरोध किया कि वह उच्चतम पद का गौरव कम करने से बचें। सिंह ने प्रधानमंत्री से कहा कि वह कत्लेआम के शहीदों या रोजाना सरहद पर या आईएसआई समर्थित हमलों में जान गवांने वाले सैनिकों की शाहदत को न भुनाएं।