नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मुस्लिम वाले उनके बयान पर चुनाव आयोग (ईसी) ने संज्ञान ले लिया है। ईसी ने इसके साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भी भेजा है। शुक्रवार (12 अप्रैल, 2019) को मेनका ने इस बारे में कहा कि मीडिया में उनका बयान आधा-अधूरा दिखाया गया।

मंत्री ने आगे बताया, “मैंने खुद एक बैठक बुलाई थी। हमारे अल्पसंख्यक सेल की। आप जानते हैं कि इतने सालों से मैं अकलियत (अल्पसंख्यक) के लोगों को बहुत चाहती हूं। मेरा पहला चुनाव था, तो हमने नवाब शेरपुर को लड़ाया था। पीलीभीत में। अगर आप पूरा भाषण पढ़ें, तो जिस चैनल ने आधा अधूरा एक वाक्य निकाला है…मैंने बहुत खुशी से बोला- मैं जीती हूं, आप ये मानेंगे। अगर आप मेरे साथ हिस्सा बनेंगे, तो आप इस दाल पर छौंका बनेंगे।”

यह पूछे जाने पर- सार्वजनिक स्थलों पर ऐसा कहें कि आप हमारे साथ आइए? केंद्रीय मंत्री का जवाब आया- नहीं-नहीं, मैंने ये नहीं कहा। मैं बोली कि पीएम ने हजारों करोड़ बांटे और किस चीज में…दिव्यागों के कैंप्स में, शौचालयों में, गैस सिलेंडर में और आवासों में। तब तो कोई नहीं बोला कि कौन हिंदू और कौन मुसलमान, क्योंकि दोनों उनके थे। आप लोग ऐसे क्यों सोचते हैं। हमारी पार्टी, आपकी पार्टी है। आप पूरा भाषण सुनेंगे, तो देखेंगे कि प्यार भरा था।