इस्‍लामाबाद : पाकिस्‍तान के क्‍वेटा में शुक्रवार को बड़ा विस्‍फोट हुआ, जिसमें 14 लोगों की जान चली गई, जबकि 25 से अधिक घायल हो गए। घायलों को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने मृतकों की संख्‍या बढ़ने का अंदेशा जताया है। विस्‍फोट हजारगंजी इलाके में हजारा कम्‍युनिटी के लोगों को निशाना बनाकर किया गया था।

'डॉन' की रिपोर्ट के अनुसार, राहतकर्मी घटनास्‍थल पर बचाव एवं राहत कार्यों में जुटे हैं। पुलिस और फ्रंटियर कॉर्प्‍स के कर्मी भी घटनास्‍थल पर मौजूद हैं। इलाके को चारों ओर से घेर लिया गया है। किसी भी बाहरी शख्‍स को वहां नहीं जाने दिया जा रहा है। बलूचिस्‍तान के मुख्‍यमंत्री जाम कमाल ने हमले की निंदा की है और कहा कि इसके लिए जिम्‍मेदार लोगों को बख्‍शा नहीं जाएगा।

उन्‍होंने कहा, 'चरमपंथी मानसिकता वाले लोग समाज के लिए खतरा हैं। हमें शांति भंग करने की साजिश को नाकाम करना ही होगा।' रेडियो पाकिस्‍तान के अनुसार, पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हमले की निंदा करते हुए मामले की जांच रिपोर्ट मांगी है।

यहां उल्‍लेखनीय है कि पाकिस्‍तान में चरमपंथी हिंसा के दौरान अक्‍सर हजारा समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जाता रहा है, जिन्‍होंने पिछले करीब चार दशकों में अफगानिस्‍तान में जारी हिंसा से बचने के लिए अपने मुल्‍क से बड़ी संख्‍या में पलायन किया है। अनुमानत: यहां हजारा समुदाय के करीब 5 लाख लोग रहते हैं।

राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग की ओर से पिछले साल जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, क्‍वेटा में जनवरी 2012 से दिसंबर 2017 के बीच आतंकवाद की विभिन्‍न घटनाओं में हजारा समुदाय के 509 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 627 अन्य घायल हो गए। रिपोर्ट के मुताबिक, हजारा समुदाय को लक्ष्‍य कर किए जाने वाले हमलों के कारण उनके जीवन, शिक्षा, कामकाज पर बुरी तरह असर पड़ा है। हिंसा और डर के साये के कारण इस समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्‍या में विदेशों में शरण ली तो उनके बच्‍चों को शिक्षा भी छोड़नी पड़ी।