जयपुर: चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स के कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी को गुरुवार को राजस्‍थान रॉयल्‍स के खिलाफ अंपायरों से बीच मैदान पर झड़प करना बहुत भारी पड़ा है। चेन्‍नई ने जयपुर में खेले गए रोमांचक मैच में राजस्‍थान को चार विकेट से मात दी और अंक तालिका में अपना शीर्ष स्‍थान बरकरार रखा है। आईपीएल-12 के 25वें मुकाबले में रोमांच अपने चरम पर था। आखिरी ओवर में नो बॉल को लेकर उलझन हुई। बेन स्‍टोक्‍स ने कमर से ऊपर हाइट की नो बॉल डाली, जहां अंपायर ने नो बॉल का सिग्‍नल दिया तो स्‍क्‍वायर लेग अंपायर ब्रूस ऑक्‍सनफोर्ड ने इसे सही गेंद ठहराया।

क्रीज पर मौजूद रवींद्र जडेजा और मिचेल सैंटनर ने मैदानी अंपायरों से बातचीत करके इसे नो बॉल करार देने की गुजारिश की। इस बीच एमएस धोनी ने भी किसी की परवाह नहीं की और बीच मैदान पर आकर अंपायरों से झड़प करने लगे। सैंटनर ने आखिरी गेंद पर छक्‍का जमाकर चेन्‍नई की जीत पर मुहर लगाई और एमएस धोनी को बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। हालांकि, धोनी अपनी पारी के दौरान संघर्ष करते दिखे और उन्‍होंने मैदान पर ही अपना थोड़ा उपचार कराया।

मैच के बाद आईपीएल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि धोनी ने स्‍वीकार किया है कि उन्‍होंने टूर्नामेंट की आचार संहिता का उल्‍लंघन किया है। प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, 'चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स के कप्‍तान एमएस धोनी पर आईपीएल आचार संहिता के उल्‍लंघन के कारण मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। उन्‍होंने जयपुर में राजस्‍थान रॉयल्‍स के खिलाफ आचार संहिता का उल्‍लंघन किया। धोनी ने आईपीएल आचार संहिता के लेवल 2 ऑफेंस 2.20 किया और इसे स्‍वीकार किया।'