नई दिल्ली: कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा को केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखने की ख़बर का खण्डन किया है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने गुरुवार को प्रेस क्रांफ्रेंस करके इस खबर का खण्डन किया। एक समाचार एजेंसी ने गुरुवार को एक पत्र जारी करके दावा किया कि कांग्रेस ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर बुधवार को अमेठी में राहुल गांधी पर लेजर लाइट से निशाना बनाए जाने की शिकायत की है।

पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी कांग्रेस ने सार्वजनिक तौर पर सामने आए पत्र के बारे में पूछे जाने पर कहा, ''कोई चिट्ठी नहीं लिखी गयी है। गृह मंत्रालय ने व्यापक सूचना दी है। कोई शिकायत नहीं की गयी है।''

इस खबर के बाद समाचार एजेंसी ने गृह मंत्रालय का जवाब भी जारी किया जिसमें कहा गया कि मंत्रालय को ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है। मंत्रालय ने मीडिया में आई खबर का संज्ञान लेते हुए विशेष सुरक्षा दल (SPG) के निदेशक से रिपोर्ट मांगी।

एजेंसी के अनुसार एसपीजी के निदेशक ने गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट में कहा कि राहुल गांधी के सिर के हिस्से पर पड़ रही 'लाइट' कांग्रेस के फोटोग्राफर के मोबाइल फोन की थी, जिससे वह वीडियो बना रहा था।

गृह मंत्रालय के अनुसार एसपीजी के निदेशक ने कहा कि राहुल गांधी के सिर के हिस्से पर पड़ रही 'लाइट' कांग्रेस के फोटोग्राफर के मोबाइल फोन की थी, जिससे वह वीडियो बना रहा था।

समाचार एजेंसी द्वारा जारी किए गए कथित शिकायती पत्र में कहा गया था कि जब बुधवार को जब राहुल गांधी अमेठी में चुनाव के लिए नामांकन करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे उस दौरान हरे रंग गी लेज़र लाइट से उनके सिर पर सात बार टारगेट किया गया था। कथित पत्र में गृह मंत्री राजनाथ सिंह से राहुल गांधी की सुरक्षा से संबंधित प्रोटोकॉल को और सख्त करने की मांग की गई थी।

राजनाथ सिंह को भेजे पत्र पर अहमद पटेल, जयराम रमेश और रणदीप सिंह सुरजेवाला के हस्ताक्षर भी दिखाए गए थे। एएनआई द्वारा चलाए गए पत्र में पूर्व पीएम राजीव गांधी ओअर इंदिरा गांधी की हत्या का भी जिक्र किया गया था।

कथित पत्र में कांग्रेस नेताओं द्वारा राजनाथ सिंह को एक वीडियो क्लिप भेजने की भी बात लिखी थी।