नई दिल्ली: भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने बुधवार को लंदन की एक अदालत में बताया कि उसके पास अपना खर्च चलाने के लिए भी पैसे नहीं है और उसकी पत्नी, निजी सचिव, परिचित कारोबारी और उसके व्यस्क बच्चे उसका खर्च चला रहे हैं। बता दें कि 13 भारतीय बैंकों से कई हजार करोड़ रुपए लेकर फरार हुए विजय माल्या के खिलाफ बीते साल सितंबर में भारतीय बैंकों ने लंदन हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस याचिका पर सुनवाई के दौरान ही विजय माल्या ने उसकी पत्नी और बच्चों द्वारा उसका खर्चा चलाए जाने की बात कही। सुनवाई के दौरान माल्या के वकील ने कोर्ट को बताया कि माल्या की पत्नी पिंकी लालवानी की सालाना कमाई करीब 1.35 करोड़ रुपए है, साथ ही विजय माल्या के पास अब सिर्फ 2,956 करोड़ रुपए की कुल संपत्ति बची हुई है, जो कि उसने कर्नाटक हाईकोर्ट में सेटलमेंट ऑफर के तहत देने की पेशकश की है।

माल्या ने कोर्ट को बताया कि उसके निजी सचिव मिस्टर महाल और परिचित बिजनेसमैन मिस्टर बेदी ने उसे क्रमशः 75.7 लाख और 1.15 करोड़ रुपए की रकम एडवांस के तौर पर दी हुई है, जिससे कि उसके खर्चे और टैक्स आदि का भुगतान होता है। वहीं कोर्ट में माल्या के वकील जॉन ब्रिस्बी ने बताया कि माल्या अपने गुजारे भत्ते को 16.21 लाख रुपए प्रति सप्ताह से घटाकर 26.57 लाख रुपए प्रतिमाह करने को तैयार है। माल्या के वकील ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा कि माल्या को अब पर्चेज एग्रीमेंट बनवाने की जरुरत नहीं है और इसमें 14.4 लाख रुपए प्रतिमाह का खर्च आता था। इसी बीच दक्षिण अफ्रीका के एक बैंक South African Bank Investec ने भी माल्या पर अपने 30.6 करोड़ रुपए बकाया होने का दावा किया है। इस तरह 13 भारतीय बैंकों के साथ ही दक्षिण अफ्रीकी बैंक भी मामले में शामिल हो गया है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, 63 वर्षीय विजय माल्या ने लंदन की अदालत में बताया कि कर्नाटक हाईकोर्ट में 14 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के सेटलमेंट के लिए वह अपने 2,956 करोड़ रुपए, यूबी होल्डिंग से कर्ज के रुप में मिलने वाले 8730 करोड़ रुपए और एक थर्ड पार्टी से मिलने वाले 3,324 करोड़ रुपए देने को तैयार है। भारतीय बैंकों ने बुधवार को अदालत में माल्या के लंदन स्थिति आईसीआईसीआई बैंक खाते को कब्जे में लेने की मांग की। बैंकों का कहना है कि इस बैंक खाते में करीब 2.33 करोड़ रुपए हैं, जिन्हें भारतीय बैंकों द्वारा जब्त कर लिया गया था। अब माल्या इस आदेश को रद्द करने की मांग कर रहा है। माल्या के वकील ने दलील दी कि यह बैंक खाता ही एकमात्र माध्यम है, जिससे माल्या पैसे निकालकर अपने दैनिक खर्चे चला सकता है। इस पर भारतीय बैंकों का लंदन की अदालत में प्रतिनिधित्व कर रहे वकील निगेल टोज़ी ने बताया कि किंगफिशर बीयर यूरोप से हर माह करीब 6.75 लाख रुपए आते हैं, जो कि आईसीसीआई के खाते में नहीं आते हैं।

भारतीय बैंकों के वकील निगेल टोज़ी ने कोर्ट में इस बात को नकार दिया कि माल्या के पास अपने खर्चे चलाने के भी पैसे नहीं है। टोज़ी ने दलील देते हुए कहा कि माल्या की पत्नी पिंकी लालवानी हर साल 1.35 करोड़ रुपए कमाती हैं। साथ ही माल्या के बच्चे फैमिली ट्रस्ट से फायदा लेते हैं। इस फैमिली ट्रस्ट के पास कई महंगे आर्ट क्लेक्शन, कारें, अरबों रुपए की संपत्ति, लग्जरी नौका और खेलों का मालिकाना हक है। टोज़ी ने बताया कि माल्या के लग्जरी खर्चों में अभी भी कोई कमी नहीं आयी है। वह मुकदमेबाजी पर काफी पैसा खर्च कर रहे हैं।