पटना : केंद्रीय अश्विनी चौबे का बीते सप्‍ताहांत एक वीडियो सामने आया था, जिसमें आचार संहिता के उल्‍लंघन को लेकर सवाल पूछे जाने पर वह एसडीएम के के उपाध्‍याय पर भड़क गए थे। एसडीएम ने उनसे गाड़‍ियों के काफ‍िले को लेकर सवाल किया था, जिससे वह भड़क गए थे। बाद में उनके साथ-साथ करीब 150 लोगों के खिलाफ इस मामले में एफआईआर दर्ज किया गया था। चौबे को इस मामले में अब जमानत मिल गई है।

बक्‍सर की स्‍थानीय अदालत ने केंद्रीय मंत्री व वरिष्‍ठ बीजेपी नेता को इस मामले में जमानत दे दी। चौबे बक्‍सर के मौजूदा सांसद हैं और एक बार फिर यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। यह वाकया बीते सप्‍ताहांत (शनिवार, 30 मार्च) को पेश आया था, जब चुनाव प्रचार के सिलसिले में उनका काफ‍िला यहां से गुजर रहा था। उनके काफिले में चुनाव आयोग की ओर से निर्धारित गाड़‍ियों की संख्‍या की तुलना में अधिक वाहन थे, जिसे लेकर एसडीएम ने सवाल किया था।

एसडीएम के के उपाध्याय ने जब उन्‍हें रोका और चुनाव आयोग के निर्देशों की बात की तो चौबे उनसे बहस करने लग गए। इस घटना का जो वीडियो सामने आया है, उसमें साफ नजर आ रहा है कि बीजेपी नेता किस तरह एसडीएम से बहस कर रहे हैं। इसमें वह अपनी गाड़ी की अगली सीट पर बैठे नजर आ रहे हैं और जब एसडीएम उनके काफिले को रोकते हैं वह गाड़ी से थोड़ा बाहर निकलकर गुस्‍से में उनसे बात करने लगते हैं।

एसडीएम बार-बार उन्‍हें चुनाव आयोग के निर्देशों का हवाला देते हैं, उन्‍हें बताते हैं कि ऊपर से आदेश आया है, लेकिन वह भड़कते हुए पूछते हैं, 'किसका आदेश है।' वीडियो में वह अधिकारी से यह कहते हुए भी सुने जा रहे हैं कि 'चलो भेजो जेल।' वीडियो में वह बेहद तैश में नजर आ रहे हैं अधिकारियों से इसी अंदाज में बात करते हैं। उन्‍होंने यह भी कहा कि 'खबरदार, तमाशा मत कीजिये।'