पटना: केंद्रीय मंत्री और बिहार के बक्सर से बीजेपी उम्मीदवार अश्विनी कुमार चौबे के खिलाफ सरकारी अधिकारी के साथ बदसलूकी करने और उन्हें ड्यूटी निभाने से रोकने को लेकर मामला दर्ज किया गया है. केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे और बीजेपी नेता राणा प्रताप सिंह समेत कुल 150 लोगों के खिलाफ सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य पालन से रोकने के लिए आपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है.

दरअसल, शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बिहार के बक्सर में लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर चुनाव आचार संहिता का न सिर्फ उल्लंघन किया, बल्कि अधिकारी से बदसलूकी भी की. शनिवार को चुनावी कार्यक्रम में जाते वक्त जब आचार संहिता का उल्लंघन करने पर बक्सर के एसडीएम ने उनके काफिले को रोका तो केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे बौखला गए और उन्होंने न सिर्फ अधिकारी केके उपाध्याय से बदतमीजी की बल्कि उन्हें धमकाया भी. रविवार को इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

दरअसल, बक्सर में एक चुनावी सम्मेलन में जा रहे अश्विनी चौबे के काफिले में गाड़ियों की संख्या आचार संहिता का उल्लंघन कर रही थी. अनुमति से ज़्यादा गाड़ियों के काफिले पर प्रसासन के द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन की बात पर भड़के केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बक्सर के एसडीएम केके उपाध्याय को बुरा भला कहा और उनसे बदसलूकी भी की. इतना ही नहीं, यह भी चिल्लाते हुए कहा कि कि 'हिम्मत तो ले चलो जेल. किसके आदेश से मेरी गाड़ी रोके हो? खबरदार, तमाशा बना दिए हो…'

शनिवार को पहली दफा टिकट मिलने के बाद बक्सर आये केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे किला मैदान हो रहे कार्यक्रम में अनुमति से ज्यादा वाहनों के होने पर किये गए प्रशासन द्वारा सवाल पर भड़क गए और उन्होंने अधिकारी से बदतमीजी की. केंद्रीय मंत्री चौबे एसडीएम पर इतने भड़क गये कि उन्होंने अधिकारी को जेल में डालने की चुनौती दे दी. इतना ही नहीं, उन्होंने अधिकारी से कहा कि किसका आदेश है, तो अधिकारी ने काफी विनम्रता से कहा कि चुनाव आयोग का. मगर अश्विनी चौबे इतने पर ही नहीं रुके और वह अपनी गाड़ी का दरवाजा खोल उस पर खड़े होकर कहने लगे ये गाड़ी मेरी है…हिम्मत है तो जेल भेजो, चलो जेल भेजो.. तमाशा करते हैं आपलोग..' हालांकि, अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है, इसलिए उन पर कार्रवाई होगी.