विशाखापत्तनम : लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि मैं मोदी को खुली बहस की चुनौती देती हूं। मैं उनके खिलाफ राजनीतिक रूप से लड़ने के लिए तैयार हूं। वह मुझ से सवाल करें, मैं उत्तर दूंगी। मैं उनसे सवाल पूछूंगी और उन्हें जवाब देना होगा। कोई टेलीप्रॉम्प्टर नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि सभी चुनावों का यह चुनाव है। कृप्या दो बार सोचें और वोट डालें क्योंकि देश का भविष्य दांव पर है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन गए हैं। पीएम और उनके पार्टी के अध्यक्ष सभी विपक्षी नेताओं को निशाना बना रहे हैं और उन्हें डरा रहे हैं। उनका झूठ हमेशा के लिए नहीं रहेगा। पिछले चुनाव में, उन्होंने खुद को 'चायवाला' बताकर लोगों का भरोसा जीता था। अब वे 'चौकीदार' बन गए हैं।

ममता ने पीएम पर आरोप लगाया कि उन्होंने देश को लूट रहे हैं। इतने जवानों की जान चली गई है। आतंकवाद आसमान छू गया है।किसान खुदकुशी कर रहे हैं। बेरोजगारी 45 साल के उच्च स्तर पर है। पीएम मोदी ने एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं किया है। वे मीडिया का सामना करने डरते हैं। भाषण देने के दौरान भी पीएम को टेलीप्रॉम्प्टर की जरूरत होती है। वह हमेशा झूठ बोलता है।

देश के नेताओं को महात्मा गांधी, मौलाना आजाद, अंबेडकर, नेताजी, राजेंद्र प्रसाद और अन्य दिग्गजों की तरह होना चाहिए। वह ब्लॉक लीडर भी नहीं बन सकता है। वह राष्ट्र का नेता कैसे बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा, बीजेपी पार्टी मुख्यालय एक शॉपिंग मॉल जैसा दिखता है।

ममता ने कहा, पुलवामा आतंकी हमले के बाद पीएम ने एक भी ऑल पार्टी मीटिंग क्यों नहीं की? ममता ने कहा, पुलवामा आतंकी हमले के बाद पीएम ने एक भी ऑल पार्टी मीटिंग क्यों नहीं की? गौ-रक्षा के नाम पर लोगों को आतंकित किया जा रहा है। हम मोदी को नहीं चाहते क्योंकि हम सांप्रदायिक सद्भाव चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि कौन बनेगा प्रधानमंत्री, चुनाव के बाद इसका फैसला किया जाएगा। मोदी कुछ चुनिंदा मीडिया चैनलों की मदद से सत्ता में वापस नहीं आ सकते हैं। अगर हमें देश को बचाना है तो मोदी को हराना होगा। वे राज्य सरकारों को काम करने नहीं दे रहे हैं। वे संविधान को बदल रहे हैं। संस्थानों की स्वतंत्रता पर हमला हो रहा है।

ममता ने कहा, अगर मोदी और अमित शाह वापस सत्ता में आते हैं, तो देश अब पहले जैसा नहीं रहेगा। हम सभी आजादी खो देंगे।हम लोग केंद्र में सरकार बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।