नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो नीति आयोग को समाप्त कर दिया जाएगा। राहुल ने कहा कि नीति आयोग की जगह एक छोटे आकार वाला योजना आयोग बनाया जाएगा जिसमें जानेमाने अर्थशास्त्री एवं विशेषज्ञ शामिल होंगे। दरअसल 2014 में जब मोदी सरकार केंद्र में काबिज हुई थी तो उसने पुराने योजना आयोग को भंग कर उसकी जगह नीति आयोग का गठन किया था।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'अगर सत्ता में आये तो हम नीति आयोग को खत्म करेंगे। प्रधानमंत्री के लिए मार्केटिंग की प्रस्तुति देने और आंकड़ों में हेरफेर करने अलावा इससे कोई मकसद हल नहीं हुआ। नीति आयोग के स्थान पर हम एक छोटा योजना आयोग बनाएंगे जिसके सदस्य जानेमाने अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ होंगे। इसमें 100 से कम कर्मचारी होंगे।' योजना आयोग भारत सरकार की एक थिंक टैंक होने के साथ-साथ एक ऐसी संस्था है जिसका कार्य प्रमुख कार्य योजनाओं की रूपरेखा तैयार करना होता है।

आपको बता दें कि राहुल गांधी लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं। शुक्रवार को हरियाणा के यमुनानगर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि देश का प्रधान चौकीदार चोर है। उन्होंने कहा, 'मैं झूठे वादे नहीं करता हूं लेकिन देश के 20 करोड़ गरीब लोगों की पहचान कर हम हर साल उनके बैंक खाते में 72000 रुपये डालेंगे।'

कई मौकों पर राहुल गांधी जीएसटी की आलोचना भी कर चुके हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने नोटबंदी के जरिए कालेधन वालों की मदद की। उन्होंने जीएसटी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि इससे देश में बेरोजगारी बढ़ी है।