नई दिल्ली: दिल्ली बीजेपी ने चुनाव आयोग से अपील की है कि मुस्लिम बहुल इलाकों में मौजूद मस्जिदों में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाए. ताकि इन इलाकों में धार्मिक नेताओं द्वारा अपना उद्देश्य साधने के लिए किसी तरह की नफरत न फैलाई जा सके.

बीजेपी ने आयोग को पत्र लिखकर कहा, 'आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के अन्य नेता धर्म और जाति के नाम पर मतदाताओं का धुव्रीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं.'

आयोग को दी गई शिकायत में यह भी कहा गया है कि अल्पसंख्यकों पर नफरत भरे बयान देकर हाल के दिनों में केजरीवाल कई विवादों से घिरे रहे हैं. चुनाव से पहले वे मुस्लिमों के वोटों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर सकते हैं. हमनें पर्यवेक्षक को नियुक्त करने की मांग इसलिए की है ताकि चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन न किया जा सके.

इससे पहले बीजेपी नेता राजीव बब्‍बर मानहानि मामले में दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शुक्रवार को समन जारी किया गया है. दिल्‍ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने केजरीवाल के अलावा अन्‍य लोगों को भी 30 अप्रैल तक कोर्ट में हाजिर होने के आदेश दिए हैं.

बता दें कि राजीव बब्बर ने यह केस दिल्ली भाजपा की तरफ से दायर किया. इस याचिका में कहा गया कि केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि उसने दिल्ली में मतदाता सूची से अग्रवाल मतदाताओं के नाम काटवा दिए हैं. एक संवैधानिक पद पर रहते केजरीवाल ने जो टिप्‍पणी की है इससे भाजपा की छवि खराब हुई है.

दरअसल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आठ दिसंबर 2018 को ट्वीट कर दावा किया था कि दिल्‍ली में अग्रवाल समाज के कुल आठ लाख वोट हैं. उनमें से लगभग चार लाख वोट भाजपा ने कटवा दिए? यानि 50 फीसदी. आज तक यह समाज भाजपा का कट्टर वोटर था. इस बार नोटबंदी और GST की वजह से ये नाराज हैं तो भाजपा ने इनके वोट ही कटवा दिए?