इंग्लैंड ने दूसरा टी20 मैच 137 रनों से जीत बनाई 2-0 की अजेय बढ़त

वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज में जितने रिकॉर्ड टूटे वो पूरी दुनिया ने देखा लेकिन अब टी20 सीरीज में भी कुछ कम नहीं हो रहा है। शुक्रवार को वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच टी20 सीरीज के दूसरे मैच में इंग्लिश टीम ने ऐसा कहर ढाया कि वेस्टइंडीज की टीम बस देखती रह गई। अपने ही मैदान पर मौजूदा विश्व टी20 चैंपियन कैरेबियाई टीम की वो हालत हुई जिसके बारे में किसी ने सोचा तक नहीं होगा। क्या क्रिस गेल और क्या हेटमायर, वेस्टइंडीज का हर धुरंधर पस्त हो गया। इसका पूरा श्रेय जाता है इंग्लैंड के बल्लेबाज सैम बिलिंग्स और उसके बाद ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन को। इस मैच में वेस्टइंडीज की टीम कुल 45 रन पर ढेर हो गई और इंग्लैंड ने ये दूसरा टी20 मैच 137 रनों से जीतने के साथ-साथ तीन मैचों की इस सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त भी हासिल कर ली। आइए जानते हैं इस मैच में क्या कुछ हुआ।

मैच में मेजबान वेस्टइंडीज की टीम ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया था और ये फैसला उन पर इतना भारी पड़ा कि वो शायद ही कभी भूल पाएंगे। इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी करने उतरी और 32 रन पर उन्होंने 4 विकेट गंवा दिए। ऐसा लग रहा था कि आज तो इंग्लिश टीम ढेर हो जाएगी लेकिन जो रूट एक छोर पर टिके रहे और 40 गेंदों पर 55 रनों की पारी खेलकर उन्होंने अपनी टीम को किसी तरह वापस ट्रैक पर लाकर रख दिया। इस बीच हेल्स (8 रन), बेरिस्टो (12 रन), कप्तान इयोन मॉर्गन (1 रन) और जो डेनली (2 रन) पवेलियन लौट चुके थे।

बेशक इंग्लिश टीम मुश्किल स्थिति में थी और किसी तरह जो रूट ने उन्हें सहारा दे दिया था लेकिन छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए सैम बिलिंग्स अलग ही मूड में थे। जिस पिच पर इंग्लैंड के धुरंधर लड़खड़ाते जा रहे थे उसी पिच पर सैम बिलिंग्स का बल्ला ऐसा गरजा कि कैरेबियाई गेंदबाज थर्रा गए। सैम बिलिंग्स ने पहले 35 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया और फिर कुछ ही समय के बाद पारी को ऐसी रफ्तार दी कि देखते-देखते हुए उन्होंने 47 गेंदों पर 87 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल डाली। इस पारी में 3 छक्के और 10 चौके शामिल रहे। छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सर्वाधिक टी20 स्कोर बनाने के मामले में बिलिंग्स दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुंच गए, जिस लिस्ट में शीर्ष पर अफगानी खिलाड़ी मोहम्मद नबी (89 रन) का नाम दर्ज है। सैम बिलिंग्स की पारी के दम पर ही इंग्लैंड ने इस मैच में 20 ओवर में 6 विकेट पर 182 रन बना डाले। इस दौरान वेस्टइंडीज के गेंदबाजों में ऐलेन ने 2 विकेट, जबकि कॉटरेल, ब्रेथवेट और मैकॉय ने 1-1 विकेट लिया।

वेस्टइंडीज के सामने 183 रनों का लक्ष्य था और उनकी टीम में क्रिस गेल, ब्रेथवेट, ब्रावो, हेटमायर जैसे कई ऐसे धाकड़ बल्लेबाज मौजूद थे जो आसानी से ये लक्ष्य हासिल करा सकते थे..लेकिन हुआ कुछ उल्टा ही। वेस्टइंडीज की टीम ने अपना पहला विकेट 12 रन पर क्रिस गेल (5) के रूप में गंवाया और देखते-देखते कुछ ही देर बाद 11.5 ओवर में वेस्टइंडीज की पूरी टीम महज 45 रन पर सिमट गई। यानी कुल 33 रन के अंदर उनके 10 विकेट गिर गए। वेस्टइंडीज की ये हालत करने में सबसे बड़ा योगदान गया इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन को जिन्होंने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 2 ओवर में कुल 6 रन लुटाते हुए 4 विकेट ले डाले। उनके अलावा आदिल राशदि ने 12 रन देकर 2 विकेट, लियम प्लंकेट ने 8 रन देकर 2 विकेट और डेविड विली ने 18 रन देकर 2 विकेट झटके।

ये टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला मौका था जब किसी एक टीम का पूरा स्कोर विरोधी टीम के अकेले एक बल्लेबाज के स्कोर से भी कम था। यहां एक नहीं बल्कि दो-दो बल्लेबाज ऐसे थे जिनका स्कोर विरोधी टीम के पूरे स्कोर से ज्यादा था। जो रूट के 55 रन और सैम बिलिंग्स के 87 रन। दोनों ही वेस्टइंडीज की पूरी टीम के 45 रन से ज्यादा बना चुके थे।

इसके साथ क्रिस जॉर्डन ने 6 रन देकर 4 विकेट लिए और एक खास रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। अब वो अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में इंग्लैंड की तरफ से एक मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज बन गए हैं। इससे पहले ये रिकॉर्ड इंग्लैंड के रवि बोपारा के नाम दर्ज था जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ ही ओवल मैदान पर 3.4 ओवर में 10 रन लुटाकर 4 विकेट झटके थे।

वेस्टइंडीज की टीम इस मैच में कुल 45 रनों पर सिमट गई जो टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास का दूसरा सबसे छोटा स्कोर साबित हुआ है। जबकि आईसीसी टी20 टीम रैंकिंग में टॉप-10 टीमों में अब तक का सबसे छोटा स्कोर साबित हुआ। टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे छोटा स्कोर नीदरलैंड्स की टीम के नाम दर्ज है जो मार्च 2014 में चटोग्राम में खेलते हुए श्रीलंका के खिलाफ 10.3 ओवर में 39 रन पर ही सिमट गई थी। वहीं, अगर बात करें इससे पहले वेस्टइंडीज के सबसे छोटे स्कोर की, तो वो उन्होंने पिछले साल अप्रैल में कराची में खेलते हुए पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। उस मैच में कैरेबियाई टीम 60 रन पर सिमट गई थी लेकिन इस बार वेस्टइंडीज ने 45 रन पर ऑलआउट होकर उससे भी शर्मनाक प्रदर्शन कर दिया।

आपको बताते चलें कि टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ये अब तक की चौथी सबसे बड़ी हार है (रनों के हिसाब से)। वेस्टइंडीज ने ये मैच 137 रनों से गंवाया। हालांकि अब भी उनका सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड नहीं टूटा जो कि टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की दूसरी सबसे बड़ी हार थी जब पिछले साल अप्रैल में वेस्टइंडीज की टीम पाकिस्तान के खिलाफ कराची में 143 रनों से हार गई थी। वैसे विश्व टी20 क्रिकेट में अब तक की सबसे बड़ी हार केन्या के नाम दर्ज है जो सितंबर 2007 में पहले आईसीसी टी20 विश्व कप के दौरान श्रीलंका के खिलाफ 172 रनों से हार गई थी।