नई दिल्ली: आम चुनाव 2019 के लिए तारीखों के ऐलान का इंतजार हर किसी को है। लेकिन राजनीतिक दल एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। इस समय राजनीतिक दलों की जुबां पर पुलवामा आतंकी हमले ने अपना कब्जा जमा रखा है। विपक्ष, इस मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरने में जुटा हुआ है। हर एक दिन की सुबह और शाम राजनीतिक फिजां में विरोधी दलों की एक ही आवाज गूंजती है सरकार बताएं कि बालाकोट में कितने आतंकी मारे गए। विपक्ष के इस सवास के जवाब में सत्ता पक्ष की तरफ से आवाज आती है कि जिन्हें आतंकियों के शवों की गिनती करनी है वो पाकिस्तान चले जाएं।

हिमाचल के कांगड़ा में चुनावी रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि ये आश्चर्य की बात है कि अर्द्धसैनिक बलों से जुड़े कर्मियों को शहीद का दर्जा नहीं मिलता है। जब उनकी पार्टी सत्ता में आएगी तो कर्तव्य निभाने के दौरान सीआरपीएफ और बीएसएफ कर्मियों को शहीद का दर्जा दिया जाएगा।

राहुल गांधी ने कहा कि पुलवामा और उसके बाद जो भी कार्रवाई हुई उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने साफ कर दिया कि पाकिस्तान के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह सरकार के साथ है। हमने साफ कर दिया था कि इस मुद्दे पर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। लेकिन ये दुख की बात है कि पीएम मोदी इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं जबकि विपक्ष अपने वादे पर डटा हुआ है।