नागपुर एकदिवसीय में भारत को आस्ट्रलिया पर मिली 8 रन से जीत

नागपुर: मेजबान भारत ने नागपुर में खेले दूसरे बहुत ही रोमांचक डे-नाइट मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 8 रन से हराकर सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली. ऑस्ट्रेलिया से पहले बैटिंग का न्योता पाने के बाद भारत ने विराट कोहली (116 रन, 120 गेंद, 10 चौके) के करियर के 40वें शतक से भारत ने 48.2 ओवरों में सभी विकेट खोकर 250 रन बनाए. कोहली के अलावा विजय शंकर (46 रन, 41 गेंद, 5 चौके, 1 छक्का) ने उपयोगी पारी खेली. पैट कमिंस ने चार और एडम जंपा ने दो विकेट चटकाए.

जवाब में मिले 251 रनों का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने मारकस स्टोइनिस (52 रन, 65 गेंद, 4 चौके, 1 छक्का) और हैंड्सकॉम्ब (48 रन, 59 गेंद, 4 चौके) के प्रयासों से एक बहुत ही शानदार कोशिश की. निचले क्रम में एलेक्स कैरी (22 रन, 24 गेंद, 2 चौके) ने भी बाकी बल्लेबाजों के प्रयास के स्तर को ऊंचा किया, लेकिन कंगारू बल्लेबाजों पर जसप्रीत बुमराह और विजय शंकर का अंदाज कहीं भारी पड़ा. रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंचे इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को आखिरी ओवर में जीत के लिए 11 रन बनाए थे और उसके हाथ में दो विकेट शेष थे. यहां पर कोहली ने एक विराट फैसला लिया!

जहां सभी सभी क्रिकेट पंडित पारी का आखिरी ओवर केदार जाधव से फिंकवाने की उम्मीद कर रहे थे, तब ऐसे समय कोहली ने 50वें ओवर से पहले तक सिर्फ एक ही ओवर फेंकने वाले विजय शंकर को ओवर थमाया. और विजय शंकर ने इस आखिरी ओवर की तीन गेंदों के भीतर ही 2 विकेट चटकाकर कोहली के भरोसे को सही साबित करते हुए मैच को भारत की झोली में डाल दिया.ऑस्ट्रेलियाई टीम 49.3 ओवरों में सभी विकेट खोकर 242 रन ही बना सकी. इसी के साथ ही सीरीज का दूसरा मुकाबला भी भारत की झोली में चला गया. और उसने पांच मैचों की सीरीज में 2-0 से बढ़त हासिल कर ली. यह भारतीय वनडे इतिहास की 500वीं जीत रही. शतकवीर विराट कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया.

बताने की जरूरत नहीं कि पिछले मैचों में क्या हाल किया है ग्लेन मैक्सवेल ने पिछले मैचों में. बखियाउधेड़ू बल्लेबाज और सबसे बड़ी दहशत! हालात और पिच का स्वभाव धुआंधार बल्लेबाज पर भी ब्रेक लगा सकते हैं. यही कारण रहा कि सिर्फ 4 रन के लिए 18 गेंद खेल गए ग्लेन मैक्सेवल. और कुलदीप यादव की फेंकी उनकी पारी की 18वीं गेंद अपना आप में जुदा थी. थोड़ी खराब. बहुत छोटी, लेकिन गच्चा दे गई मैक्सवेल को. जितना सोचा उतनी उठी नहीं. काफी नीची गेंद. पुल खेलने गए, तो सभी के कानों को खन्न सी अवाज आई! गिल्लिया जमीं पर, धोनी पंजों पर हवा में ! भारतीय इस खनक पर झूम उठे, तो मैक्सवेल के कानों में कड़वाहट घोल गई. टीम इंडिया को सबसे बड़ा विकेट मिल चुका था.

18वें ड्रिंक्स ब्रेक हुआ, तो 20वें ओवर से विराट ने दो बदलाव किए. एक छोर पर विराट ने गेंद थमाई मोहम्मद शमी को, तो दूसरे छोर एक बार फिर से रवींद्र जडेजा को गेंद थमाई. और इसका पूरा फायदा मिला बारत को. जडेजा के फेंके 24वें ओवर की पांचवीं गेंद पर. इस थोड़ी तेज गेंद पर मार्श फ्लिक करने गए, लेकिन उन्हें खुद ही भान हो गया कि धोनी के दस्तानों में समाने से पहले गेंद उनके बल्ले को चूम गई. इसलिए कोई न नुकर नहीं. चुपचाप पवेलियन लौट गए मार्श.

इस पर बहस हो सकती है कि विराट कोहली को कुलदीप यादव ने पावर-प्ले में बॉलिंग क्यों नहीं कराई, या उन्हें देर से क्यों लाए. कुलदीप 11वें ओवर में बॉलिंग करने आए, तो इसके बाद उन्होंने अपने फेंके दूसरे ही ओवर में एरॉन फिंच (37 रन) से छुटकारा दिला दिया. फिंच स्वीप खेलने गए, तो गेंद पैड से जा टकराई. जोरदार अपील! और अंपायर ने उंगली उठा दी. फिंच ने ख्वाजा से बात जरूर की, लेकिन थर्ड अंपायर की सेवा लिए बिना चुपचाप पवेलियन लौटना ही बेहतर समझा. कंगारू इस झटके से संभले भी नहीं थे कि टीक अगले ही ओवर में भारत के जादुई हाथ जाधव ने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया. कप्तान विराट के साथ मिलकर जाल बिछाया. और ड्रॉइव लगाने की कोशिश में शॉर्ट मिडऑन पर लपके गए ख्वाजा. देखते ही देखते पल भर के भीतर दोनों कंगारू ओपनर पवेलियन लौट गए. ऑस्ट्रेलिया बैकफुट पर, भारत की वापसी!

इस पिच पर रन बनाना आसान हीं था. वजह है पिच का धीमा पन. और जब गेंदबाज सामने मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह हों, तो फिर रवैया वैसा ही होगा, जैसा एरॉन फिंच और उस्मान ख्वाजा ने अख्तियार किया. भारतीय गेंदबाजी मिश्रित रही…कभी गेंद बहुत खूबसूरत, तो कभी छोटी या ओवर पिच. बल्लेबाज कभी चूका, तो गेंद से किनारे का मिलन नहीं पाया. और गेंद खराब, तो उस्मान और ख्वाजा ने इसे बाउंड्री के पार पहुंचा दिया. यह ख्वाजा और फिंच का सर्तकता भरा रवैया ही था कि ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती पापर-प्ले के 10 ओवरों में बिना नुकसान के 60 रन बनाए.

इससे पहले कप्‍तान विराट कोहली की जीवट से भरी शतकीय पारी (116 रन, 120 गेंद, 10 चौके) के बावजूद टीम इंडिया 48.2 ओवर में 250 रन बनाकर आउट हो गई. भारत के लिए विराट के अलावा हरफनमौला विजय शंकर (46 रन) दूसरे टॉप स्‍कोरर रहे. नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन ग्राउंड पर ऑस्‍ट्रेलिया के कप्‍तान एरॉन फिंच ने टॉस जीतकर भारत को पहले बैटिंग के लिए बुलाया. टीम की शुरुआत खराब हुई और पहले ही ओवर में रोहित शर्मा (0) पवेलियन लौट गए. शिखर धवन (21) और अंबाती रायुडू (18) बड़ी पारी नहीं खेल पाए लेकिन कोहली ने विजय शंकर के साथ चौथे विकेट के लिए 81 रन जोड़कर स्थिति को संभाल लिया. विजय शंकर के रन आउट होने के कुछ देर बाद केदार जाधव (11)और धोनी (0)लगातार गेंदों पर आउट हुए. कोहली आठवें विकेट के रूप में पैट कमिंस के शिकार बने. टीम इंडिया की पारी 48.2 ओवर में 250 रन पर सिमट गई.

ऑस्‍ट्रेलिया के आमंत्रण पर पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत खराब हुई. पैट कमिंस के पहले ओवर की आखिरी गेंद पर ही रोहित शर्मा (0) थर्ड मैन बाउंड्री पर एडम जम्‍पा का कैच थमा बैठे. इस समय तक टीम का खाता भी नहीं खुला था.पारी के दूसरे ओवर में शिखर धवन ने नाथन कुल्‍टर नाइल को चौका जड़कर टीम का और अपना खाता खोला, इस ओवर में सात रन बने.चौथे ओवर में कप्‍तान कोहली ने नाथन कुल्‍टर नाइल को दो चौके जमाते हुए विदर्भ क्रिकेट स्‍टेडियम में मौजूद क्रिकेटप्रेमियों को खुशी मनाने का मौका दिया.कोहली के बाद बारी धवन की थी, उन्‍होंने भी कमिंस के अगले यानी पारी के पांचवें ओवर में दो चौके जड़ दिए. 5 ओवर के बाद भारतीय टीम का स्‍कोर एक विकेट पर 24 रन था.छह ओवर के बाद दोनों छोर से स्पिनर को आक्रमण पर लगाया गया. सातवां ओवर ग्‍लेन मैक्‍सवेल और आठवां लेग ब्रेक बॉलर एडम जंपा ने फेंका.स्पिनरों को आक्रमण पर लाने का फैसला सही रहा और 9वें ओवर में ऑफ स्पिनर मैक्‍सवेल ने शिखर धवन (21) को LBW कर दिया. ऑस्‍ट्रेलिया की ओर से रिव्‍यू लिए जाने के बाद यह फैसला गेंदबाज के पक्ष में गया.पहले पावरप्‍ले (10 ओवर) के बाद स्‍कोर दो विकेट खोकर 39 रन था. पहले 10 ओवर में दो विकेट गिरने से भारत की रनगति में कमी आ गई थी.भारत के पहले 50 रन 12.5 ओवर में पूरे हुए. 15 ओवर के बाद भारत का स्‍कोर दो विकेट खोकर 61 रन था.16वां ओवर जंपा ने फेंका जिसमें रायुडू के चौके सहित 7 रन बने. दोनों बल्‍लेबाजों के सेट होने के बाद रनगति में सुधार नजर आने लगा था. ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने अपने पहले ही ओवर में सफलता हासिल करते हुए अंबाती रायुडू (18 रन) को LBW कर दिया. अम्‍पायर के निर्णय के खिलाफ बल्‍लेबाज ने रिव्‍यू भी लिया लेकिन निराशा हाथ लगी. रायडू की जगह विजय शंकर बैटिंग के लिए आए.एक छोर से गिरते विकेटों के बावजूद दूसरे छोर से कोहली की शानदार बैटिंग जारी थी. 18वें ओवर में कोहली ने जंपा की गेंदों पर लगातार दो चौके लगाए. वे अर्धशतक के करीब पहुंच गए थे.टीम इंडिया के 100 रन 20.1 ओवर में विजय शंकर के चौके के साथ पूरे हुए.वे भारतीय स्‍कोर को तेजी से बढ़ाने में विराट को पूरा सहयोग दे रहे थे.विराट का वनडे का 50वां अर्धशतक 55 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से पूरा हुआ. दोनों बल्‍लेबाजों के बीच अर्धशतकीय साझेदारी भी 50 गेंदों पर पूरी हुई. 25 ओवर के बाद स्‍कोर तीन विकेट पर 124 रन था.

विराट और शंकर की साझेदारी को तोड़ने के लिए 27वें ओवर में ऑलराउंउर मार्कस स्‍टोइनिस को गेंदबाजी पर लाया गया. इस ओवर में विजय शंकर के चौके और छक्‍के सहित 14 रन बने. भारतीय पारी का यह पहला छक्‍का रहा. इसी ओवर में ऑस्‍ट्रेलियाई टीम किस्‍मत के सहारे विजय शंकर (46 रन, 41 गेंद, पांच चौके व एक छक्‍के) को रन आउट करने में सफल रही. कोहली का सीधा शॉट बॉलर जंपा की अंगुलियों से लगकर विकेट में जा टकराया और विजय शंकर का बैट क्रीज से बाहर था. विजय शंकर की जगह केदार जाधव ने ली.30 ओवर के बाद भारत का स्‍कोर चार विकेट खोकर 161 रन था.स्थितियों में उस समय नाटकीय बदलाव आया जब 33वें ओवर में लगातार गेंदों पर केदार जाधव (11) और एमएस धोनी (0) आउट हो गए. स्पिनर एडम जंपा ने लगातार गेंदों पर यह विकेट लेकर ऑस्‍ट्रेलियाई खेमे को खुश कर दिया. जहां जाधव को फिंच ने कैच किया, वहीं धोनी का कैच स्लिप पर ख्‍वाजा ने लपका. पहले वनडे के हीरो जाधव-धोनी इस मैच में नहीं चल सके. रवींद्र जडेजा ने आकर जंपा को हैट्रिक से रोका.मैच में ऑस्‍ट्रेलियाई स्पिनरों ने अच्‍छा प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ विकेट लिए बल्कि भारत की रनगति को नियंत्रण में भी रखा. जाधव और धोनी के लगातार गेंदों पर आउट होने से कोहली को अपने आक्रामक तेवरों पर ब्रेक लगाना पड़ा. यही कारण रहा कि 28.1 ओवर में 150 रन तक पहुंची भारतीय टीम 38.4 ओवर में 200 रन तक पहुंच पाई.40 ओवर के बाद स्‍कोर 6 विकेट खोकर 204 रन था.विराट का 40वां वनडे शतक आखिरकार 107 गेंदों पर 9 चौकों की मदद से पूरा हुआ. कुल्‍टर नाइल की गेंद पर चौका लगाते हुए उन्‍होंने यह उपलब्धि हासिल की.45 ओवर के बाद भारत का स्‍कोर 6 विकेट पर 233 रन था. 46वें ओवर में टीम ने रवींद्र जडेजा (21)का विकेट गंवाया जिन्‍हें कमिंस की गेंद पर ख्‍वाजा ने लपका.कोहली की शतकीय पारी (116 रन, 120 गेंद, 10 चौके) आखिरकार 48वें ओवर में हुआ. उन्‍हें पैट कमिंस ने स्‍टोइनिस से डीप स्‍क्‍वेयर लेग पर कैच कराया.टीम इंडिया के अगले दो विकेट कुलदीप यादव (3) और जसप्रीत बुमराह (0) के रूप में गिरे. पूरी टीम 48.2 ओवर में 250 रन पर सिमट गई. ऑस्‍ट्रेलिया के लिए पैट कमिंस ने सर्वाधिक चार विकेट लिए जबकि एडम जंपा को दो विकेट मिले.

इससे पहले ऑस्‍ट्रेलिया के कप्‍तान एरॉन फिंच ने टॉस जीता और भारत को पहले बैटिंग के लिए बुलाया.भारत ने वही टीम उतारने का निर्णय लिया जो पहले वनडे मैच में खेली थी. दूसरी ओर, ऑस्‍ट्रेलिया ने दो बदलाव किए हैं, शॉन मॉर्श और नाथन लियोन को प्‍लेइंग इलेवन में जगह दी. एश्‍टन टर्नर और जेसन बेहरनडोर्फ को बाहर रखा गया