नई दिल्ली: ऑपरेशन बालाकोट में कितने आतंकी इस सवाल पर एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ ने कहा है कि हमारा मकसद रहता है कि टारगेट हिट हुआ या नहीं, कितने मरे हम इसकी गिनती नहीं करते. धनोआ ने कोयम्बटूर में कहा, "लक्ष्य के बारे में विदेश सचिव ने अपने बयान में विस्तार से बताया था. अगर हम किसी लक्ष्य पर निशाना साधने की योजना बनाते हैं, तो हम उसे निशाना बनाते हैं, वरना क्यों उन्होंने (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने) जवाब दिया होता. अगर हमने जंगल में बम गिराए होते, तो वह क्यों जवाब देते…?" वहीं मिग 21 के इस्तेमाल पर किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "मिग-21 बाइसन एक सक्षम विमान है, इसे अपग्रेड कर दिया गया है, इसका रडार बेहतर है, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और बेहतर हथियार सिस्टम हैं. धनोआ ने कहा कि हम लक्ष्य को निशाना बनाते हैं वायुसेना मारे गए लोगों की गिनती नहीं किया करती. यह काम सरकार करती है. इसके साथ ही उन्होंने साफ कहा कि भारतीय वायुसेना इस स्थिति में नहीं है कि वह मारे गए लोगों की गिनती बता सके. सरकार इसके बारे में बताएगी.

विंग कमांडर अभिनंदन पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह (विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान) अब विमान उड़ाएंगे या नहीं, यह उनकी मेडिकल फिटनेस पर निर्भर करता है. इसीलिए बाहर आने के बाद उनका मेडिकल परीक्षण किया गया. जो भी इलाज ज़रूरी होगा, करवाया जाएगा. जब वह मेडिकल फिटनेस हासिल कर लेंगे, वह फिर लड़ाकू विमान के कॉकपिट में जा सकेंगे.

वायुसेना प्रमुख की ओर से आए इस बयान के बाद एक बार फिर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के उस दावे पर सवाल उठने लगे हैं जिसमें उन्होंने कहा है कि ऑपरेशन बालाकोट में कम से कम 250 आतंकी मारे गए हैं. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने तंज कसते हुए कहा है कि अब हर नामुमिक मुमकिन है.