नई दिल्ली: पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी की सुबह 3.30 बजे के करीब पीओके में भारी बमबारी कर कई आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया। इस हमले के दौरान भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने करीब 1000 किलो विस्फोटक आतंकी कैंपों पर बरसाए। अब पाकिस्तानी सेना ने भी यह स्वीकार कर लिया है कि भारतीय वायुसेना ने लाइन ऑफ कंट्रोल पार की है। पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन ने पाकिस्तान सेना की इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस के मेजर जनरल आसिफ गूफर के हवाले से इस खबर की पुष्टि की है।

मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर बताया कि ‘भारतीय वायुसेना ने एलओसी का उल्लंघन किया है। पाकिस्तान एअर फोर्स ने भी इस पर तुरंत प्रतिक्रिया दी, जिससे भारतीय एअरक्राफ्ट वापस लौट गए।’ पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी ने ये भी बताया कि भारतीय एअरक्राफ्ट से एक पेलोड गिरा, जिसकी तस्वीरें भी मेजर जनरल आसिफ गफूर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट की है। हालांकि पाकिस्तानी मेजर जनरल ने इस हमले में किसी तरह का नुकसान नहीं होने की बात कही है। वहीं भारतीय न्यूज चैनलों पर चल रहीं खबरों में इस हमले में 200-300 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया है। मेजर जनरल आसिफ गफूर ने अपने ट्वीट में बताया कि भारतीय एअरक्राफ्ट पीओके में मुजफ्फराबाद इलाके में 3-4 मील अंदर तक घुस गए थे।

बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद से भारत की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया गया है। भारत ने पहले पाकिस्तान से व्यापार में मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीना और पाकिस्तान से आने वाले सामान पर कस्टम ड्यूटी 200% तक बढ़ा दी। साथ ही भारत ने पाकिस्तान को दुनियाभर में अलग-थलग करने के लिए अपनी कोशिशें तेज कर दी। अब मंगलवार को भारतीय वायुसेना ने एक बड़े हमले में पीओके में मौजूद आतंकी कैंपों पर भारी बमबारी की। ऐसी खबरें हैं कि इस हमले में पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का कंट्रोल रुम पूरी तरह से तबाह हो गया है। भारतीय वायुसेना के इस हमले में 200-300 आतंकी मारे जाने की खबर है। वहीं पाकिस्तान की किसी भी जवाबी कार्रवाई का सामना करने के लिए भारत ने अपनी सभी वायु सुरक्षा प्रणालियों को हाई अलर्ट पर रखा है।