लखनऊ: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी(लोहिया) के कैम्प कार्यालय में राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय व अन्य 50 दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक को संबोधित करते हुए प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने कहा कि समाज व देश के हित के बारे में हम सबको सोचना होगा. हम पहले सत्ता परिवर्तन करेंगे इसके बाद व्यवस्था परिवर्तन भी। श्री यादव ने यह भी कहा कि लोकतंत्र विभिन्न जाति, वर्ग व समूह के समावेश व संयोजन का विशाल मंच है। जिसकी जितनी संख्या भारी उतनी उसकी हिस्सेदारी होनी चाहिए । उन्होंने बैठक में हिस्सा ले रहे सभी दलों के प्रतिनिधियों का स्वागत किया ।

श्री यादव ने आगे कहा कि जितने भी महान लोग हुए उन्होंने कभी पद की कामना नहीं की। गांधी, लोहिया, जयप्रकाश इसकी मिसाल हैं। अपनी बात करते हुए प्रसपा प्रमुख ने कहा कि हम चाहते तो 2003 में मुख्यमंत्री बन सकते थे। मेरे साथ उस समय 147 विधायक थे। 2012 में भी स्थिति यही थी, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। हाँ, आप यह कह सकते हैं कि मेरे साथ धोखा हुआ लेकिन मैंने उससे सबक लिया।

भारतीय जनता पार्टी पर प्रहार करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि जीएसटी , नोटबंदी की वजह से लोग परेशान हुए, इसी वजह से बेरोजगारी बढ़ी। मोदी साहब ने झूठ की सीमा पार कर दी। न अच्छे दिन आये, न 15 लाख खाते में आये। भ्रष्टाचार लगातार बढ़ती जा रही है। आज के समय मे देश खतरे में है, देश के बहादुर जवान शहीद हुए, विदेश निति खराब है।

वहीं राष्ट्रीय क्रान्तिकारी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं संयोजक गोपाल राय ने मोर्चा में शामिल 50 छोटे राजनैतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘पूर्व में हम लोगों के साथ 45 दल थे जिनकी संख्या आज बढ़ कर 60 हो गयी। हम सभी लोग मिलकर आगामी लोकसभा व 2022 के उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन मोर्चा के सभी घटक दल माननीय शिवपाल यादव जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगे।