नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए बड़े आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान की घेराबंदी शुरु कर दी है। वहीं अब फाइनेंशिलय एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में ही रहेगा। एफएटीएफ ने साफ किया है कि अक्टूबर 2019 तक अगर पाकिस्तान ने अक्टूबर तक आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो ब्लैक लिस्ट में डाला जाएगा।

जनवरी 2019 में एक्शन प्लान आइटम पर सीमित प्रगति को देखते हुए एफएटीएफ ने पाकिस्तान से आग्रह किया है कि वह विशेष रूप से मई 2019 की समयसीमा वाले अपने एक्शन प्लान को तेजी से पूरा करे।

इससे पहले एफएटीएफ ने कहा है कि पाकिस्तान यदि आतंकियों की वित्तीय मदद रोकने के लिए समुचित एवं पर्याप्त कदम नहीं उठाता है तो उसे 'ब्लैक लिस्ट' में डाल दिया जाएगा। इस तरह पाकिस्तान को एफएटीएफ से सात महीने करीब 200 दिनों का समय मिल गया है। पाकिस्तान पहले से ही इस संस्था की 'ग्रे सूची' में मौजूद है।

शुक्रवार को पेरिस में सप्ताह भर चली बैठक के बाद पाकिस्तान को 'ग्रे लिस्ट' में रखने का फैसला लिया गया। पुलवामा में आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को 'ब्लैक लिस्ट' में रखने के लिए मजबूती के साथ अपना रक्ष रखा था। भारत की दलील थी कि आतंकियों की फंडिंग पर रोक लगाने के लिए पाकिस्तान कोई कदम नहीं उठा रहा।