नई दिल्ली: पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले को लेकर देशभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस हमले को लेकर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने हमारे 41 जवान मारे हैं हमें उनके 82 सैनिकों को मौत के घाट उतारना चाहिए।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य, डिप्लोमैटिक और आर्थिक कार्रवाई की जा सकती है। सख्त कार्रवाई का समर्थन करते हुए कैप्टन ने कहा कि यह केंद्र का काम है कि किस तरह की कार्रवाई होनी चाहिए। टीवी चैनलों से बात करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, 'कोई भी किसी को युद्ध में जाने को नहीं कह रहा है लेकिन इस तरह सैनिकों की शहादत को मजाक नहीं है। कुछ कार्रवाई करने की जरूरत है। मैं स्तब्ध हूं। मैं युद्ध की बात नहीं कर रहा हूं लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ जैसे को तैसा वाली कार्रवाई जरूर होनी चाहिए।'

मुख्यमंत्री ने कहा 'पाकिस्तान भारत इसलिए दवाब नहीं बना सकता है क्योंकि वे परमाणु संपन्न हैं, यहां तक कि हम भी परमाणु संपन्न हैं। उनके पास तो कारगिल के दौरान भी परमाणु क्षमता थी, लेकिन वे भारतीय सेनाओं से हार गए थे। किसी स्थिति में इस्लामाबाद कभी भी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का सहारा नहीं ले सकता, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय दबाव ऐसा नहीं होने देगा।'

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आगे कहा, 'यह भारतीय प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को तय करना था कि अब क्या कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन यह स्पष्ट था कि कुछ करने की आवश्यकता है। भावुक हुए कैप्टन अमरिंदर ने कहा, 'बात करने का समय है लेकिन अभी ऐसा नहीं है। इस समय, पूरे देश में गुस्से का माहौल था।'

आर्मी कैप्टन रह चुके अमरिंदर सिंह ने कहा, 'आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त करने की जरूरत है। उन्होंने हमारे 41 सैनिक मारे, हमें उनके 82 मारने चाहिए। आंख का बदला आंख और दांत का बदला दांत से लेना चाहिए। कश्मीरियों का दिल और दिमाग प्यार के जरिए जीतना चाहिए।'