लखनऊ: लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा दो करोड़
नौकरियां देने का वादा मात्र झूठ व जुमला है किसान नौजवान बेरोजगार भाजपा
की कथनी करनी सब कुछ समझ चुकी है वह उनके शब्द जाल में फंसने वाली नहीं
है श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार के अधीन सभी विभागों में राज्य
कर्मचारियों के हजारों पद रिक्त पडें हैं, परन्तु सरकार की नीयत साफ न
होने के कारण भरे नहीं जा रहे हैं। विषेष रूप से षिक्षा और स्वास्थ्य
विभाग सरकार की उदासीनता के कारण अधिक प्रभावित हो रहे हैं। शिक्षा विभाग
की स्थिति पहले से ही दयनीय रही है और वर्तमान सरकार का कार्यकाल लगभग दो
षिक्षा सत्र पूरा हो चुका है फिर भी षिक्षकों के साथ साथ चतुर्थ श्रेणी
कर्मचारियों की नियुक्तियां सम्भव नहीं हो सकी हैं। जूनियर कक्षाओं की
वार्षिक परीक्षाएं होने जा रही हैं परन्तु कई विषयों की पुस्तकों की छपाई
ही नहीं हो पाई है फिर भी पुस्तकों के अभाव में छात्र परीक्षा देने को
मजबूर है। आखिर इन छात्रों का भविष्य क्या होगा?

स्वास्थ्य विभाग में अधिकतर कार्य संविदा कर्मियों के माध्यम से लिया जा
रहा है जो कि नाम मात्र का वेतन पाते हैं और अधिकांष लाभ आउटसोर्सिंग
कम्पनी के कर्ता धर्ता उठा रहे हैं यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग स्वयं
में पंगु है क्योंकि संविदाकर्मी अप्रशिक्षित होते हैं सरकार को चाहिए कि
अपनी नियत साफ करें और संविदा व्यवस्था समाप्त करके कर्मचारियों की सीधी
भर्ती करे। ताकि विभागों का काम सुचारू रूप से चल सके। प्रदेष के
मुख्यमंत्री आज भी राजकीय मेडिकल कालेजों में आउटसोर्सिंग कम्पनी द्वारा
टेण्डर प्रक्रिया अपनाकर भर्तिया कर रहे हैं। यदि राज्य कर्मचारी की सीधी
भर्ती की जाय तो उनको मिलने वाला अधिक वेतन मुख्यमंत्री अथवा विभागीय
मंत्रियों की जेब से नहीं जायेगा। सबका साथ सबका विकास का
नारा तो सरकार पूरा नहीं कर सकी अच्छा होगा कि समान कार्य के लिए समान
वेतन देना ही प्रारम्भ कर दे।

बेरोजगार नवयुवकों को नौकरियां देने का लालच देकर सरकार सत्ता में आयी
परन्तु उन्हीं बेरोजगारों के भविष्य से खिलवाड करने में सरकार पीछे नहीं
है। वर्तमान सरकार में किसान और नौवजवान अपने को ठगा महसूस कर रहा है और
अपना भविष्य तलाषने में लग गया है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में
निश्चित रूप से भाजपा सत्ता से बाहर हो जायेगी और देष की सरकार किसानों
और नौजवानों की होगी।