लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से गांधी के आदर्शों व मूल्यों को लेकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के स्वच्छता, स्वावलम्बन व स्वदेशी जैसे विचारों को मूर्त रूप दिया जा रहा है। समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को शासन की योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित उत्तर प्रदेश सरकार एवं सड़क सुरक्षा परिवहन मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के 150वीं जयन्ती वर्ष में सड़क सुरक्षा जागरूकता मोटर रैली के फ्लैग आॅफ कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार आमजन को बेहतर सड़क उपलब्ध कराने का काम कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जब यातायात बढ़ गया है, तो यातायात के प्रति जागरूक होकर ही हम सुरक्षित यात्रा का आनन्द ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि सड़क पर लोगों का आवागमन बढ़ने व अन्य विभिन्न कारणों से प्रदेश में सड़क दुर्घटना की समस्या बढ़ी है। इस समस्या पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयासरत है। इस कार्य के लिए समाज के सभी वर्गों का जागरूक होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह एक अन्तर्राष्ट्रीय मोटर कार रैली है, जो भारत, बांग्लादेश और म्यांमार तीनांे देशों में सड़क, सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करेगी।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि रोड सेफ्टी आज की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करके ही सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री जी को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।

ज्ञातव्य है कि यह रैली 04 फरवरी, 2019 को दिल्ली में राजघाट से प्रारम्भ होकर आगामी 24 फरवरी, 2019 को यंागून (म्यांमार) पहुंचकर समाप्त होगी। यह रैली महात्मा गांधी के जीवन से ऐतिहासिक रूप से जुड़े विभिन्न स्थानों जैसे-अहमदाबाद, पोरबन्दर, भरूच, पुणे, वर्धा तथा जबलपुर होते हुए 09 दिनों में 3632 कि0मी0 की यात्रा तय करते हुए लखनऊ पहुंची है। इसके बाद यहां से प्रारम्भ होकर चैरीचैरा (गोरखपुर), पटना, धनबाद, कोलकाता होते हुए यह रैली 17 फरवरी, 2019 को ढाका (बांग्लादेश) पहुंचेगी। इसके उपरान्त रैली पूर्वाेत्तर राज्यों से होते हुए लगभग 7250 कि0मी0 की यात्रा पूरी कर दिनांक 24 फरवरी, 2019 को यांगून (म्यांमार) में समाप्त होगी।