नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेगुलू देसम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने ‘लोकेश का पिता’ कहे जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा पलटवार किया है। उन्होंने कहा है- हां, मुझे अपने बेटे पर गर्व है। लेकिन आप (पीएम) क्या जानें परिवार क्या होता है? आप तो पत्नी को छोड़ चुके हैं। नायडू ने आगे यह भी कहा, “मैं अपने परिवार से प्यार करता हूं और उसका सम्मान करता हूं।” दरअसल, पीएम ने रविवार को इससे पहले आंध्र प्रदेश के गुंटूर में एक कार्यक्रम के बीच सीएम नायडू को ‘लोकेश का पिता’ कह दिया था। उसी पर सीएम की यह ताजा प्रतिक्रिया आई है।

विजयवाड़ा में जनसभा के दौरान नायडू ने कहा, “आपने (पीएम) तो पत्नी को छोड़ दिया। क्या परिवार नाम की व्यवस्था के प्रति आपके मन में कोई सम्मान है? पीएम का न तो कोई परिवार है, और ना ही कोई बेटा। चूंकि आपने मेरे बेटे का जिक्र किया है, इसलिए मैं आपकी पत्नी का जिक्र कर रहा हूं। लोगों…क्या आप जानते हैं कि नरेंद्र मोदी की एक पत्नी भी हैं? उनका नाम जशोदाबेन है।”

सीएम ने पीएम पर जुबानी वार जारी रखा और आरोप लगाते हुए बोले- मोदी सरकार ने देश और सभी बड़ी संस्थाओं को बर्बाद किया है। बकौल नायडू, “पीएम एक चायवाला होने का दावा करते हें, लेकिन उनका सूट-बूट देखिए…।” नोटबंदी पर वह बोले, “पीएम ने 1000 रुपए के नोट चलन से बाहर कर दिए, लेकिन 2000 रुपए ले आए। इससे भ्रष्टाचार कैसे खत्म होगा?”

रिपोर्ट्स में नायडू के हवाले से लिखा गया, “आमतौर पर मैं निजी हमले नहीं करता। पर मोदी ने मुझे ऐसा करने पर मजबूर किया। वह तीन तलाक लाने की बात करते हैं और दावा करते हैं कि उससे तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं की मदद की जाएगी, पर जब उनसे पत्नी यशोदाबेन के बारे में पूछा जाता है तब उनके पास कोई जवाब नहीं होता।”

आंध्र प्रदेश के बंटवारे के बाद राज्य के साथ हुए अन्याय का विरोध करते हुए पिछले साल मार्च में टीडीपी ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का साथ छोड़ दिया था।

आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिलाने और राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत केंद्र द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग को लेकर सीएम नायडू सोमवार को दिल्ली में एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठेंगे। बता दें कि टीडीपी राज्य के बंटवारे के बाद आंध्र से किए गए अन्याय का विरोध करते हुए बीते साल बीजेपी नीत एनडीए से बाहर हो गई थी। ताजा मामले पर आधिकारिक बयान आया, जिसमें कहा गया- नायडू सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक आंध्र भवन में भूख हड़ताल पर बैठेंगे, जबकि अगले दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौंपेंगे।