नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस की रणनीति पर मंथन के लिए गुरुवार को AICC के दिल्ली मुख्यालय में एक बैठक हुई। इस बैठक में पार्टी के अलग-अलग प्रदेशों के चुनाव प्रभारियों समेत लगभग सभी बड़े दिग्गज नेताओं ने शिरकत की। हाल ही में सक्रिय राजनीति की शुरुआत करने वाली पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी बैठक में हिस्सा लिया है। इस बैठक में उन पर खासा फोकस है।

प्रियंका गाँधी के पास पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी और गुना सांसद और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बैठे थे। प्रियंका के राजनीति में आने को कांग्रेस के तमाम नेता लोकसभा चुनाव के लिहाज से तुरुप का इक्का मान रहे हैं। उल्लेखनीय है कि यह पहला मौका है जब प्रियंका को जिम्मेदारी मिलने के बाद वे राहुल के साथ किसी आधिकारिक बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। करीब 30 सालों से कभी-कभी सियासी मंचों पर दिख रहीं प्रियंका को पहली बार पार्टी में कोई पद मिला है।

बूथ लेवल मैनेजमेंट पर राहुल का फोकसः राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कांग्रेस ने डोर-टू-डोर कैंपेन और बूथ लेवल मैनेजमेंट पर मंथन किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव जीतने के लिए राहुल का बूथ लेवल मैनेजमेंट पर खासा फोकस है। इस बैठक में राज्यों के हिसाब से जिलों की रणनीति पर भी मंथन किया जाएगा। इस बैठक में प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी खास फोकस रहेगा। उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश जैसे अहम और चुनौतीपूर्ण क्षेत्र की कमान सौंपी गई है।