लखनऊ: कांगे्रस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार के बजट में उत्तर प्रदेश के जनता की चिन्ता कम, और चुनाव की चिन्ता ज्यादा है । मोदी सरकार के कार्यकाल में नौजवानों में बेरोजगारी चरम पर है, और सारे रिकाॅर्ड टूट गये हैं, परन्तु प्रदेश सरकार के इस बजट में नौजवानों को रोजगार देने के लिये कहीं कोई मंशा नहीं है, कोई कार्यक्रम नहीं है, और न ही कोई प्रयास है, अर्थात नौजवानों में बेरोजगारी और अधिक बढ़ेगी ।

श्री तिवारी ने कहा है कि किसान की खेती में लगने वाली लागत को कम करने का कोई सार्थक प्रयास बजट में नहीं किया गया है, ऐसी स्थिति में खेती में लागत बढ़ेगी, और किसान को उसकी उत्पादन का ‘‘दोगुना मूल्य’’ मिलना तो छोंड़िये उसे वास्तविक मूल्य के भी लाले होंगे। प्रदेश सरकार के बजट में महिलाओं के उत्थान के लिये, और उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने के लिये कोई कदम नहीं उठाया गया है।

कुल मिलाकर प्रदेश सरकार के बजट में चुनावी नारेबाजी ज्यादा है – और प्रदेश के विकास की चिन्ता है ही नहीं । उत्तर प्रदेश सरकार के इस बजट से किसान, नौजवान और विकास पूरी तरह निराश हुआ है ।