लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी

राज्य मुख्यालय लखनऊ।कांग्रेस यूपी को लेकर काफ़ी गंभीर है इसका प्रमाण उसने प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में लाकर दिया उसने यह संदेश देने की कोशिश की है कि कांग्रेस बैकफ़ुट पर नही फ़्रंटफुट पर खेलेगी लेकिन अब जो ख़बर कांग्रेस सूत्रों से आ रही है कि कांग्रेस यूपी को दो हिस्सों में बाँटकर पार्टी को मज़बूत करना चाहती है इमरान मसूद की नियुक्ति उसकी मज़बूती की हवा निकाल देगी ऐसा सियासी जानकार मान रहे है।पूर्वी यूपी और पश्चिम यूपी इसके अलग-अलग अध्यक्ष होगे।सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक पूर्वी यूपी का अध्यक्ष ललितेश पति त्रिपाठी को बनाया जाएगा जो पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता कमला पति त्रिपाठी के पौत्र हैं वही पश्चिम यूपी की कमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बोटी-बोटी के बयान से सुर्ख़ियो में आए सहारनपुर के इमरान मसूद को देने जा रही है इमरान ऐसे नेता है जो मोदी की भाजपा के लिए हमेशा मुफ़ीद रहे है हिन्दू वोटों का धुर्वीकरण बड़ी आसानी से मोदी की भाजपा के पक्ष में हो जाएगा इससे इंकार नही किया जा सकता है।हमारे कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी ने यूपी को दो भागो में बाँटने की तैयारी कर ली है।पूर्वी यूपी के अध्यक्ष को लेकर कोई हैरानी नही हो रही है लेकिन पश्चिम यूपी के अध्यक्ष को लेकर सवाल खड़े हो रहे है अगर सूत्रों पर यक़ीन किया जाए कि कांग्रेस ऐसा करने जा रही है और ऐसा हो भी जाता है तो इस नियुक्ति से मोदी की भाजपा को हिन्दू वोटों को अपने पक्ष में धुर्वीकरण करने में आसानी होगी मोदी ने गुजरात के विधानसभा चुनाव में भी सहारनपुर के इमरान मसूद के बोटी-बोटी वाले बयान का इस्तेमाल किया था 2014 के लोकसभा के आमचुनाव में भी कांग्रेस को गुजरात राजस्थान आदि हिन्दी भाषी प्रदेशों में नुक़सान हुआ था इमरान के विवादित बयान से मोदी की भाजपा को काफ़ी लाभ हुआ था इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे है कांग्रेस यूपी में खड़ी होने के लिए हर वो कोशिश कर रही है जिससे वह यूपी में खड़ी हो सके लेकिन इमरान के पश्चिम का अध्यक्ष नियुक्त करने की उसकी कोशिश बहुत ही नुक़सान दायक रहने की संभावनाओं से इंकार नही किया जा सकता इमरान मुसलमानों में असरअंदाज हो सकते है लेकिन सपा-बसपा के गठबंधन के बाद उसके भी चांस बहुत कम है लेकिन उसके कांग्रेस को जो नुक़सान होगे उसका शायद कांग्रेस की रणनीति बनाने वाले ध्यान नही दे रहे है या यूँ कहे कि जानबूझकर अंदेखा कर रहे है।सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर मिल रही है यूपी कांग्रेस में अब दो अध्यक्ष होंगे।दोनों का नाम लगभग तय हो गया है ऐसा हमारे सूत्र बता रहे है।प्रदेश को दो भागों में बाँटना कांग्रेस के रणनीतिकारों का सही फ़ैसला हो सकता है क्योंकि यूपी बहुत बड़ा प्रदेश है एक साथ पूरे प्रदेश पर फ़ोकस नही किया जा सकता है इस लिए दो भागो में बाँटने का फ़ैसला लिया जा रहा है।पूर्वी और पश्चिमी यूपी के अलग-अलग अध्यक्ष होंगे।पूर्वी उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष ललितेश पति त्रिपाठी को बनाया जाएगा जो पूर्व केंद्रीय मंत्री कमला पति त्रिपाठी के पौत्र हैं समझा जा सकता है कि कांग्रेस के रणनीतिकार पण्डितों अपनी और खींचने के लिए ऐसा कर रही है वही दूसरी और पश्चिम में पार्टी सहारनपुर के इमरान मसूद को पश्चिमी यूपी का अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है।कांग्रेस की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका गांधी के यूपी आने से पहले यूपी को दो भागों में बांटकर दोनों अध्यक्ष जल्द नियुक्त किए जाएँगे।दोनों अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद सही समीकरण बनकर सामने आएँगे जहाँ तक मुसलमानों का सवाल है वह ज़्यादातर गठबंधन के साथ जाएगा क्योंकि दलितों की वजह से गठबंधन की स्थिति काफ़ी मज़बूत है यह सब टोटके मुसलमानों को गुमराह करने के लिए किए जा रहे है ऐसा ही प्रतीत हो रहा है।