नई दिल्ली: कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के आवास पर रविवार को उस समय हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला, जब वहां पहुंची सीबीआई (CBI) की टीम को राज्य के पुलिसकर्मियों ने रोक दिया और इसके बाद एजेंसी के अधिकारियों को जबरदस्ती पुलिस थाने भी ले गए। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। इस पूरे बवाल पर सीबीआई के अंतरिम प्रमुख एम नागेश्वर राव ने कहा, 'हम कोलकाता की घटना के बारे में हमारे वरिष्ठ कानून अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं। उनका जो भी सुझाव होगा उसका पालन किया जाएगा।'

नागेश्वर राव ने कहा, 'उनके (राजीव कुमार) खिलाफ सबूत हैं, इस सबूत को नष्ट करने और न्याय में बाधा डालने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार इन चिट फंड मामलों की जांच कर रहे हैं। वर्तमान में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश से पहले पश्चिम बंगाला सरकार द्वारा एक SIT का गठन किया गया था।'

राव ने कहा, 'सभी सबूत उनके पास है और उन्होंने सभी दस्तावेजों को जब्त कर लिया है। वे सभी दस्तावेजों को सौंपने में हमारा सहयोग नहीं कर रहे हैं और बहुत सारे सबूत नष्ट हो गए हैं या गायब हो गए हैं।'

इसी घटनाक्रम पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर आरोप लगाया कि वे राज्य में तख्ता पलट का प्रयास कर रहे हैं। ममता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के इशारे पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सीबीआई को राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने का निर्देश दे रहे हैं। हमारी सरकार ने सत्ता में आने के बाद चिट फंड मालिकों को गिरफ्तार किया। हमने ही मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया।