नई दिल्ली: जांच एजेंसी सीबीआई में बीते काफी समय से चल रही उथल पुथल रुकने का नाम नहीं ले रही है। अब सीबीआई एसपी टी. राजा बालाजी ने सीबीआई के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर पर पद का गलत इस्तेमाल और द्वेष तथा पूर्वाग्रह से तबादला करने का आरोप लगाया है। बीते दिनों ही बालाजी का दिल्ली से गाजियाबाद ट्रांसफर कर दिया गया था। अपना तबादला किए जाने पर बालाजी ने कहा है कि, उन्होंने राव के खिलाफ मार्च 2017 में तत्कालीन सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा से शिकायत की थी। इसी के चलते बदला लेने के लिए उनका तबादला किया गया।

दिल्ली में एंटी करप्शन ब्रांच से गाजियाबाद की सीबीआई अकेडमी में ट्रांसफर किए जाने के अगले दिन 22 जनवरी को राव को लिखे पत्र में बालाजी ने कहा है कि दिल्ली में उनकी पोस्टिंग मानवीय आधार पर उनकी सास की तबीयत के कारण की गई थी। उन्होंने बताया कि वह कैंसर से पीड़ित हैं और एम्स में उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा है कि यह इस आधार पर था कि सरकार ने उन्हें पूर्वी किदवई नगर में आवास दिया था, जो कि सरकारी अस्पताल के पास ही है।

सूत्रों ने कहा कि, बालाजी ने अपने तबादले को चुनौती देने वाली याचिका दायर कर सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है। याचिका में कहा गया है कि अंतरिम निदेशक के खिलाफ भी सबूत हैं। इसके साथ ही बालाजी ने पत्र में कहा है, ‘आप मुझसे बेहतर जानते हैं कि आप सम्मान के व्यक्ति नहीं हैं। बालाजी ने अंतरिम निदेशक से खुद को “रिडीम” करने का अनुरोध किया है’।

शेक्सपीयर का जिक्र करते हुए बालाजी ने राव को लिखे पत्र में कहा, कुछ अच्छाई तो बुराई में भी होती है। मुझे यह स्वीकार करने में कतई संकोच नहीं कि मैं आपमें अच्छाई नहीं ढूंढ सकता। आपको अपने दिल में झांक कर सोचना चाहिए कि आपकी दुश्मनी मुझसे है बीमार महिला से नहीं। जिसके चलते मैं मानवीय आधार पर इस उम्मीद में अनुरोध करता हूं कि आप वास्तव में अपनी मानवता को जिंदा रख सकते हैं।