बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पिछले साल दिसंबर में हुई हिंसा में नया मोड़ उस समय आ गया जब हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का सरकारी मोबाइल फोन मुख्य आरोपी प्रशांत नट के घर से बरामद किया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अब आरोपी की पत्नी ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं। प्रशांत नट की पत्नी ने पुलिस पर अपने पति के खिलाफ झूठे साक्ष्य प्लांट करने का आरोप लगाया है।

प्रशांत की पत्नी का आरोप है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का मोबाइल फोन जो उनके घर से जब्त किया गया था, उसे उस पुलिस की टीम ने वहीं रखा था, जो उस जगह की तलाशी लेने आए थे।

उन्होंने कहा, 'पुलिस हमारे पास यह कहते हुए आई कि उनके पास सर्च वारंट है। उन्होंने पूछा कि प्रशांत का कौन सा कमरा है। 2 पुलिस वाले अंदर गए और ड्रेसिंग टेबल पर एक फोन रखा। जब हमने कहा कि यह हमारा नहीं है, तो उन्होंने हमें चुप रहने के लिए कहा। पुलिस अपने साथ फोन भी लाई थी।'

इससे पहले रविवार को पुलिस ने कहा, 'हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर का फोन उस व्यक्ति के आवास से मिला है, जिसने कथित रूप से उन्हें गोली मारी थी।'

गौरतलब है कि गत 3 दिसंबर को स्याना कोतवाली क्षेत्र में यह घटना हुई थी। गोकशी के संदेह के बाद उग्र भीड़ की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रशांत नट के घर से शनिवार को इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का फोन सीयूजी (क्लोजड यूजर ग्रुप) नंबर के साथ बरामद किया गया। इसके अलावा पांच और फोन भी बरामद किए गए।

नट ने हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर को कथित रूप से गोली मारी थी। नट को सिकंदराबाद से 18 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था और इस समय वह जेल में है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया, 'हमें सूत्रों से सूचना मिली थी कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का फोन नट के घर में हो सकता है और इसके लिए अदालत से हमने तलाशी वारंट लिया।'

उन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर पर गोली चलाने के लिए इस्तेमाल की गई पिस्तौल का अभी पता नहीं लग सका है और उसकी तलाश जारी है।