नेपियर: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कीवी टीम के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज का आगाज एक विशिष्ट उपलब्धि के साथ किया। विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर वनडे में गेंदबाजी की शुरुआत भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी से करवाई। शमी ने कप्तान के विश्वास पर खरा उतरते हुए अपने स्पेल के पहले ही ओवर की पांचवीं गेंद पर मार्टिन गुप्टिल को बोल्ड कर पवेलियन वापस भेज दिया। इसी के साथ शमी ने वनडे क्रिकेट में अपने 100 विकेट भी पूरे कर लिए। इसके बाद उन्होंने कोलिन मुनरो को भी अपना शिकार बनाया। मुनरो को भी शमी ने बोल्ड कर पवेलियन वापस भेजा।

शमी वनडे क्रिकेट में सबसे तेज गति से विकेटों का सैकड़ा जड़ने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में इरफान पठान को पीछे छोड़ा। शमी ने ये उपलब्धि अपने करियर के 56वें मैच में हासिल की जबकि पठान ने 59 मैचों में 100 विकेट पूरे किए थे। इस सूची में तीसरे स्थान पर जहीर खान(65), चौथे पर अजीत आगरकर (67), और पांचवें पर जवागल श्रीनाथ (68) हैं। शमी ने 100 विकेट 25.87 की औसत और 5.50 इकोनॉमी से लिए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/35 है। इस दौरान वो एक पारी में 6 बार 4 विकेट झटक चुके हैं।

शमी पिछले दो साल से सीमित ओवरों की क्रिकेट में कम खेलते नजर आए। वो टेस्ट मैचों के लिए टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद थे। शमी ने अपने 100 विकेट में से 87 विकेट 47 मैचों में मार्च 2015 तक ले लिए थे। ऐसे में अगले 13 विकेट लेने के लिए उन्हें 9 मैच और 46 माह( तकरीबन चार साल) लंबा इंतजार करना पड़ा। शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में भुवनेश्वर कुमार(8), जे रिचर्ड्सन(6) युजवेंद्र चहल(6) के बाद चौथे सबसे सफल गेंदबाज थे। शमी ने 3 मैचों में पांच विकेट लिए थे। शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दौरान टेस्ट क्रिकेट में भी 100 टेस्ट विकेट भी पूरे किए थे।