लखनऊ: दुनिया की महत्वपूर्ण एजुकेशन कंपनी और भारत के सबसे व्यापक पर्सनलाइज्ड के-12 लर्निंग ऐप की निर्माता बायजू‘स ने आज हिंदी में अपना लर्निंग प्रोग्राम लांच लिया ।हिंदी में बायजू‘स के सीखने के कार्यक्रम कक्षा 4 – 12 के छात्रों के लिए उपलब्ध होंगे। बायजू‘स अन्य क्षेत्रीय भाषाओं जैसे मराठी, गुजराती, मलयालम में भी लर्निंग प्रोग्राम बनाने पर काम कर रही है।

बायजू‘स के मुख्य परिचालन अधिकारी मृणाल मोहित ने लखनऊ में आज हिंदी में लर्निंग प्रोग्राम को लांच करते हुए बताया कि हमारे लगभग 75 फीसदी छात्र शीर्ष 10 शहरों के बाहर से हैं। बात जब अच्छी शिक्षा की होती है तो माता-पिता से लेकर खुद बच्चों तक की इच्छा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने की होती है। हम देश के हर दूरस्थ स्थान में बैठे छात्रों तक पहुंचना चाहते हैं और उन्हें एक ऐसा माहौल देना चाहते हैं जो उनकी अपनी भाषा में सहजता से उन्हें सिखाएं। हमारे हिंदी कार्यक्रम के शुरू होने के साथ हम इस धारणा को तोड़ना चाहते हैं कि अच्छी शिक्षा केवल ‘अंग्रेजी माध्यम’ से ही हासिल हो सकती है। हमें पूरा भरोसा है कि हिंदी में बायजू‘स सीखने के कार्यक्रमों की उपलब्धता इस पारंपरिक धारणा को तोड़ देगी।’

मृणाल मोहित ने बताया कि अब तक 33 लाख से अधिक छात्रों के साथ, उत्तर प्रदेश भारत में बायजू‘स के लिए सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। दिलचस्प बात यह है कि हाल के महीनों में कानपुर, लखनऊ और इलाहाबाद जैसे शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शहरों की तुलना में बाराबंकी, आज़मगढ़ और सहारनपुर जैसे छोटे जिले में बायजू के साथ जुड़ाव की दर कहीं अधिक तेज दिखी है। राज्य में बायजू‘स से जुड़ने वाले छात्र पिछले एक साल में दोगुने से अधिक हो गए हैं और इस सुविधा को सबसे तेजी से अपनाने वाले राज्यों में से उत्तर प्रदेश के सबसे तेजी से आगे आने की संभावना है। यह राज्य संभावित रूप से इस क्षेत्र में एक डिजिटल लर्निंग की क्रांति का अग्रदूत साबित होगा।लखनऊ में स्टूडेंट सेंटर के अलावा अब नया सेंटर आगरा में स्थित है जो राज्य में बायजू‘स के नेटवर्क का विस्तार करने और छात्रों के साथ-साथ माता-पिता को बायजू‘स के व्यक्तिगत सीखने के कार्यक्रमों के असर को समझाने में मदद करने के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित होगा।

मृणाल मोहित ने उत्तरप्रदेश में बायजू‘स की वृद्धि पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘क्षेत्र में अतिरिक्त स्टूडेंट कनेक्ट सेंटर के साथ 55 जिलों के छात्र अब हमारे विशेषज्ञों के साथ विशेष सत्रों को शेड्यूल कर सकते हैं ताकि ऐप की विशेषताओं पर गहराई से समझ प्राप्त हो सके और व्यक्तिगत शिक्षण का सकारात्मक प्रभाव पड़े। जुड़ाव की दर 64 मिनट के साथ, राज्य में हमारा छात्र आधार पिछले वर्ष की तुलना में तेजी से बढ़ा है। वास्तव में, बड़े और साथ ही छोटे शहरों से इस तरह का उच्च जुड़ाव बहुत उत्साहजनक है। इस क्षेत्र में छात्रों के बीच ऐप को बड़े पैमाने पर अपनाना ऑनलाइन सीखने की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। आने वाले वर्षों में, हम इस क्षेत्र से अधिक से अधिक छात्रों के डिजिटल लर्निंग क्रांति में शामिल होने की उम्मीद करते हैं।’