नई दिल्ली।13000 करोड़ रुपये के ज्यादा के पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक मेहुल चोकसी के भारतीय नागरिकता छोड़ने पर सरकार की तरफ से पहला बयान आया है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस पर कहा है कि 'हमारी सरकार ने 'भगोड़ा आर्थिक अपराधी विधेयक 2018' पास किया है। जो भाग गए हैं उन्हें वापस लाया जाएगा। इसमें हालांकि कुछ समय लग सकता है, लेकिन हम उन्हें वापस ले आएंगे।'

चोकसी ने अपने भारतीय पासपोर्ट को सरेंडर कर दिया है। उसने अपना भारतीय पासपोर्ट एंटीगुआ हाईकमीशन में जमा कर दिया है। वांछित भगोड़ा हीरा कारोबारी चोकसी गीतांजलि ग्रुप का चेयमैन है और उसने एंटीगुआ में शरण ले रखी है। सूत्रों के मुताबिक, चोकसी ने अपने पासपोर्ट नंबर जेड 3396732 को कैंसिल्ड बुक्स के साथ जमा करा दिया है। नागरिकता छोड़ने के लिए चोकसी को 177 अमेरिकी डॉलर का ड्राफ्ट भी जमा करना पड़ा है। इस बारे में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमित नारंग ने गृह मंत्रालय को सूचना दे दी है। चोकसी ने साल 2017 में ही एंटीगुआ की नागरिकता ली थी।