लंदन: लंदन में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक करने के डिमॉनस्ट्रेशन के दौरान अमेरिकी हैकर सैयद सूजा ने दावा किया है कि भारत के चुनावों में ईवीएम को हैक किया गया। इस दौरान उसने सनसनीखेज आरोप लगाया कि बीजेपी को ईवीएम हैकिंग में रिलायंस कम्यूनिकेशन से मदद मिलती है। इसके लिए कंपनी लो फ्रिक्वेंसी सिग्नल देती है। भारत में ऐसी 9 जगहें हैं जहां यह फैसिलिटी उपलब्ध है।

वहीं, ईवीएम हैकिंग को लेकर हो रहे प्रेस-कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की मौजूदगी को लेकर भी चर्चा हैं। सिब्बल का इस मौजूदगी को लेकर मीडिया सवाल खड़े कर रही है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमेरिकी हैकर ने बताया कि ईवीएम को ट्रांसमीटर के जरिए बिना किसी ब्लूटूथ और वाईफाई के हैक किया जा सकता है। इसके लिए चिपसेट कर्नेल को बाइपास करना होता है। ईवीएम में काफी पुराना चिपसेट यूज किया जाता है।

हैकर के दावे केबाद राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी बयान देना शुरू कर दिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा है कि हमारे महान लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है। सभी विपक्षी दलों ने यूनाइटे इंडिया ब्रिगेड रैली के बाद ईवीएम के मसले पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी दल चुनाव आयोग के सामने ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा उठाते रहे हैं।