नई दिल्ली: राम मंदिर मामले को लेकर भले ही सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है लेकिन उसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी जारी है। कभी भाजपा तो कभी विपक्षी दलों के नेता लगातार इसे लेकर बयान देते रहे हैं। अब इस बयानबाजी वाले क्लब में नई एंट्री हुई है कांग्रेस महासचिव और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की। हरीश रावत ने इस मामले में भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाया। रावत ने कहा, 'मर्यादा का उल्लंघन करने वाले पापी हैं भाजपाई, जो मर्यादा को नष्ट करेंगे वो मर्यादा पुरुषोत्तम के भक्त नहीं हो सकते। हम मर्यादा स्थापित करने वाले लोग हैं, संविधान का आदर करने वाले लोग हैं। कांग्रेस जब सत्ता में आएगी तभी राम मंदिर बनेगा।'

इससे पहले संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने भी राम मंदिर पर बयान देते हुए कहा था, 'मंदिर बने यह हमारी इच्छा है। 2025 तक पूरा होना चाहिए यह हमारी इच्छा है। सरकार को तय करना है। 25 को शुरू करने की बात नहीं की है, आज शुरू होगा तो 5 वर्षों में बनेगा।' गुरुवार को ही भैयाजी जोशी ने प्रयागराज में कहा था, '1952 में सोमनाथ मंदिर की स्थापना के साथ देश गति से आगे बढ़ा, 2025 में राम जन्मभूमि के ऊपर मंदिर बनने के बाद फिर इस दिशा को और गति प्राप्त होने वाली है।'

आपको बता दें कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है जिस पर अब अगली सुनवाई 29 जनवरी को होनी है। राम जन्मभूमि – बाबरी मस्जिद भूमि मालिकाना हक विवाद मामले की सुनवाई करने वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ के सदस्य न्यायमूर्ति यू यू ललित ने बृहस्पतिवार को स्वयं को सुनवाई से अलग कर लिया था जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई को 29 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया।