नई दिल्‍ली: सपा नेता रामगोपाल यादव ने राज्‍यसभा में आर्थिक आरक्षण बिल का समर्थन करते हुए सवालिया लहजे में पूछा कि सरकार इस बिल को पहले भी ला सकती थी. लेकिन इस वक्‍त लोकसभा चुनाव की वजह से सरकार यह बिल लाई है. उन्‍होंने यह भी कहा कि 98% गरीब सवर्णों को केवल 10% आरक्षण दिया जा रहा है जबकि 2% अमीर सवर्णों को 40% आरक्षण दिया जा रहा है.

इसके साथ ही रामगोपाल यादव ने कहा कि मानसिक भावना को बदले बिना नतीजे नहीं आएंगे. इस संदर्भ में उन्‍होंने बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का उदाहरण देते हुए कहा कि एक बार उनके जाने के बाद कुर्सी को धोया गया.

इससे पहले आर्थिक आरक्षण बिल के राज्‍यसभा में पेश होने के बाद दोपहर दो बजे से इस पर चर्चा जारी है. चर्चा की शुरुआत करते हुए बीजेपी सांसद प्रभात झा ने कहा कि लंबे समय से आर्थिक आधार पर आरक्षण बिल का इंतजार था. पीएम मोदी ने अगड़े समाज की चिंता की. मोदी सरकार सारे काम गरीबों के हित में कर रही है. मोदी सरकार ने राष्‍ट्रहित में फैसला लिया. उन्‍होंने कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी आर्थिक आरक्षण बिल पर बोलने की हिम्‍मत दिखाएं.

इस पर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने आपत्ति जताते हुए कहा कि किसी भी सदस्‍य को ऐसे किसी दूसरे सदस्‍य पर टिप्‍पणी नहीं करनी चाहिए जोकि इस सदन का सदस्‍य नहीं हैं. राहुल गांधी लोकसभा सांसद हैं. आनंद शर्मा ने कहा कि लोगों को भ्रमित करने का काम ना किया जाए. हमारी पार्टी इस विधेयक के खिलाफ नहीं है. लेकिन हम इसकी टाइमिंग को लेकर कुछ सवाल सदन में करना चाहते हैं.