नई दिल्ली: विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने अचानक इस्तीफा देने की घोषणा की है जबकि उनका वर्तमान कार्यकाल पूरा होने में अभी करीब तीन साल बाकी है।

किम एक फरवरी को यह पद छोड़ देंगे। उन्होंने सोमवार को इसकी जानकारी दी। विश्वबैंक की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) क्रिस्तालिना जार्जिएवा एक फरवरी को संस्था के अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगी। सूत्रों ने कहा कि किम ने अचानक यह निर्णय किया है और यह उनका ‘ निजी निर्णय है।’’ विश्वबैंक ने कहा है कि वह नए अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया तुरंत शुरू करने जा रहा है। नये अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर अमेरिका और विकास सहायता देने के लिए गठित इस बहुपक्षीय वित्तीय संगठन के अन्य सदस्य देशों के बीच दावपेंच फिर शुरू होने की संभावना है।

दक्षिण कोरिया में जन्मे किम (58) ने चिकित्सा विज्ञान की पढ़ाई की है और विश्व स्वास्थ्य संगठन में सलाहकार रह चुके हैं। उन्हें 2017 में दूसरी बार पांच साल के लिए यह जिम्मेदारी दी गयी थी। उनका यह कार्यकाल 2022 में पूरा होना था। विश्वबैंक का अध्यक्ष हमेशा अमेरिकी नागरिक होता है, जिसे अमेरिका द्वारा मनोनीत किया जाता रहा है। इस फैसले की अन्य सदस्य देशों की ओर से आलोचना होती रही है। 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यह परंपारा तोड़ कर किम को अध्यक्ष बनवाया था। अमेरिका इस बहु-पक्षीय वित्तीय संस्थान में सबसे बड़ा हिस्सेदार है।

किम ने कहा, ‘‘ विश्वबैंक के अध्यक्ष के रूप में सेवा देना मेरे लिये बहुत गौरव की बात है। इस संस्था में ऐसे लोग भरे पड़े हैं जो दुनिया से गरीबी को खत्म करने के अभियान में पूरे मन से जुटे हैं।’’ किम के नेतृत्व में विश्वबैंक ने दो मुख्य संकल्प लिए थे। इसमें एक लक्ष्य 2030 तक धरती पर निपट गरीबी को खत्म करना और दूसरा संकल्प दुनिया में सम्पन्नता बढ़ाने के लिए विकासशील देशों की आबादी में निचले 40 प्रतिशत तबके के विकास पर ध्यान देना है।