भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा नेताओं पर मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिराने के लिए कांग्रेस के एक विधायक को 100 करोड़ रुपए का प्रस्ताव देने का आरोप लगाया है। प्रदेश विधानसभा परिसर में सिंह ने मंगलवार को कहा, 'मैहर से भाजपा के विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुरैना जिले के संबलगढ़ से कांग्रेस के विधायक बैजनाथ कुशवाह से संपर्क किया और उन्हें एक ढाबे पर ले गए। वहां भाजपा के नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा और विश्वास सारंग ने कुशवाह से मुलाकात की और कांग्रेस की सरकार गिराने के लिए 100 करोड़ रुपए देने का प्रस्ताव दिया। इसके साथ ही दोनों ने भाजपा की बनने वाली नई प्रदेश सरकार में मंत्री पद देने का लालच भी कुशवाह को दिया।'

कांग्रेस के कई विधायकों को इस प्रकार का लालच देने का दावा करते हुए सिंह ने कहा कि भाजपा नेताओं ने कुशवाह से तैयार खड़े चार्टर हवाई जहाज में साथ चलने के लिए कहा, लेकिन कुशवाह ने इससे इंकार कर दिया। उन्होने कहा कि शिवराज सिंह चौहान विचलित हैं क्योंकि वह अपनी हार को पचा नहीं पा रहे हैं।

सिंह के आरोपों के सवाल पर मिश्रा ने कहा, 'वह काफी समय से इस प्रकार के आरोप लगा रहे हैं। छपास रोग के कारण किसी पर अनर्गल आरोप नहीं लगाना चाहिए। मैं किसी ढाबे पर नहीं गया। यदि उनके पास सबूत है तो उन्हें इस मामले में कानूनी कार्रवाई करना चाहिए।

वहीं नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा विधायक गोपाल भार्गव ने दिग्विजय सिंह के बयानों को गंभीरता से नहीं लेने की बात कही। भार्गव ने कहा कि इतनी बड़ी राशि आपने सुनी नहीं होगी। दिग्विजय के बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। वह गप्पबाजी करते हैं। आप जानते हैं केंद्र में भाजपा की अटल जी की सरकार एक वोट से गिर गई थी। इसलिए भाजपा इस तरह के हथकंडों में विश्वास नहीं करती है।

वहीं विश्वास सारंग ने कांग्रेस नेता को चुनौती दी कि सिंह अपने आरोप साबित करें। सारंग ने कहा कि यह शिगुफेबाजी है। अब वे साबित करें कि हम किसी ढाबे में गए थे। कांग्रेस की सरकार है, कार्रवाई करे। वीडियो दिखाएं। अगर यह साबित होता है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा नीत एनडीए सरकार द्वारा सवर्णों में गरीबों को सरकारी नौकरियों में दस प्रतिशत आरक्षण देने के सवाल पर दिग्विजय ने कहा कि इन परिवारों को आरक्षण देने का कांग्रेस हमेशा से समर्थन करती रही है।