लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी जो संस्कृति छोड़ कर जा रही है, आने वाले समय में उसे भी उसका सामना करना पड़ेगा। यादव ने कहा कि भाजपा ने अपना रंग दिखा दिया है, उसके पास जो भी है, वह चुनाव में उसका प्रयोग करेगी। चाहे सीबीआई हो या पैसा। बीजेपी ने पिछले चुनावों में 5 हजार करोड़ रुपया खर्च किया था। पता नहीं किसे-किसे और कहां-कहां पैसा मिला होगा। इस बार सरकार के पास सीबीआई है। तो वह सीबीआई का प्रयोग करेगी। लेकिन यह भी समझ ले कि वोट जनता डालती है। सीबीआई नहीं। उन्होंने कहा कि पार्टियां गठबंधन करेंगी। चुनाव लड़ेंगी और जनता वोट डालेगी। सीबीआई को जो करना होगा, वह करेगी।

सपा प्रदेश मुख्यालय पर मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अच्छा है कि हमें एक बार फिर सीबीआई से मिलने का मौका मिलेगा। एक बार कांग्रेस के समय में भी ऐसा हुआ था। अब भाजपा के समय में हो रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि अगर किसी मामले में सीबीआई कुछ पूछेगी तो हम जवाब दे देंगे लेकिन भाजपा को देश की जनता जवाब देगी। उन्होंने कहा कि सीबीआई का स्वागत है। हमें एक बार और उनसे मिलने का मौका मिलेगा। सीबीआई की निष्पक्षता के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि सीबीआई की निष्पक्षता पर हम नहीं, आप लोग आकलन कीजिए। अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव के 100 दिन और बचे हैं लोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का इंतजार कर रहे हैं। श्री यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा ने राजनीति में शिष्टाचार खत्म कर दिया है। बीजेपी चाहती है जिस तरह से कांग्रेस उसे चोर बोल रही है, हम लोग भी उसी तरह से भाजपा को चोर-चोर बोलें। लेकिन हम समाजवादी लोग अपना शिष्टाचार नहीं छोड़ते हैं।

बसपा के साथ गठबंधन के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि गठबंधन के मुद्दे पर मैं अभी कुछ नहीं कहूंगा। मीडिया को जल्दी ही बुलाकर जानकारी दी जाएगी। कुछ भी होगा तो आपके सामने जरूर आएगा। श्री यादव ने कहा कि पूरे देश में किसान, व्यापारी, नौजवान सब लोग परिवर्तन चाहते हैं। भाजपा ने राजनीति में जो सिखाया अब दूसरे दल भी वही कर रहे हैं। बीजेपी ने देश भर में ना जाने कितने दलों के साथ गठबंधन किया है। अब सपा, बसपा भी अपना गणित ठीक कर रहे हैं।

लोकसभा चुनाव को लेकर सीबीआई के जरिए डराने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि वोट सीबीआई नहीं डालेगी, वोट जनता डालेगी। बीजेपी के लोगों को याद रहे कि जो संस्कृति छोड़ कर जा रहे हैं। आने वाले समय में उन्हें भी उसका सामना करना पड़ेगा। गठबंधन में कांग्रेस को शामिल करने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह फैसला दोनों दलों के नेता करेंगे कि गठबंधन में किसे शामिल करना है या नहीं करना है।