नई दिल्ली: झारखंड में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना का जिक्र करते हुए कहा कि पहले की सरकारों में एक परिवार के नाम पर योजनाएं बनती थीं जिसमें घर की कम, उस परिवार की ज्यादा चिंता होती थी. पीएम मोदी ने कहा हमने आवास योजना को किसी के नाम से नहीं बनाया है, इस योजना में लाभार्थी को बिचौलिए को पैसे नहीं देने पड़ते हैं. कुछ लोग कहते हैं कि आवास योजना तो पहले भी थी इसमें नया क्या है. पीएम मोदी ने पूछा कि अगर आवास योजना पहले से थी तो वो घर किसी को कहीं नजर क्यों नहीं आए. पीएम मोदी ने कहा कि हमने नमो आवास य़ोजना, नरेंद्र मोदी योजना, रघुवर दास आवास योजना नहीं बनाई, बल्कि सिर्फ प्रधानमंत्री आवास योजना बनाई ताकि जो भी प्रधानमंत्री आए वह इस योजना को आगे बढ़ाए. क्योंकि हमें नाम की नहीं बल्कि काम की ज्यादा चिंता है. पहले की योजनाओं में मॉनिटरों की योजना नहीं थी. हमने इसके लिए एक प्रणाली तैयार की है. घर बनाने की योजना की समय-समय पर जांच की जाती है. उनकी फोटो भी रखी जाती हैं, जिन्हें कोई भी देख सकता है. बिजली का कनेक्शन, रसोई का कनेक्शन जैसी सुविधा घर के साथ मिल रहे हैं. पहले घर छोटे बनते थे, अब हमने उनका साइज बढ़ा दिया है, साथ ही डिजाइन भी बदल दिए हैं.

मोदी ने कहा, 'जो लोग मुझ पर आज कीचड़ उछाल रहे हैं, उन्होंने गरीबों के लिए कुछ काम नहीं किया. हमने इतने समय में 1 करोड़ 25 लाख घर बना दिए. उनसे इतने काम करने में कई साल लग जाते. पहले घर बनाने में 18 महीने लगते थे. हमने ऐसा काम किया कि 12 महीने में लोग हमारे बनाए घरों में रहने लगे.' उन्होंने कहा, 'जब देश में रिमोट कंट्रोल वाली सरकार थी तो उन्होंने पांच साल में गांवों में सिर्फ 25 लाख कर बनवाये थे और हमनें 5 साल से भी कम समय में 1 करोड़ 25 लाख घर बनवा दिये हैं.' आपको बता दें कि पीएम मोदी लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले 100 रैलियां कर रहे हैं. इसी कड़ी में वह आज झारखंड और ओडिशा के दौरे पर हैं जहां वह रैलियों के साथ-साथ कई परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे.