नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर मायवाती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच गठबंधन को लेकर बात बनती हुई नजर आ रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को प्रस्तावित गठबंधन के अंतिम पहलुओं पर चर्चा करने के लिए मायवाती से मुलाकात की। खबरों की मानें तो दोनों नेता इस वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देने के करीब पहुंच गए हैं।

हालांकि इस संबंध में दोनों ही दलों की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पीटीआई के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से दोनों पार्टियां 37-37 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगी जबकि शेष सीटों को कांग्रेस,राष्ट्रीय लोकदल और अन्य छोटी पार्टियों के लिए छोड़ा जायेगा। मौजूदा परिस्थितियों और पिछले उपचुनाव के नतीजों को देखें तो एसपी-बीएसपी के बीच यदि गठबंधन होता है तो इससे भाजपा को नुकसान होगा।

भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में शानदार सफलता हासिल करते हुए 80 में से 72 सीटों पर कब्जा किया था, हालांकि लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को अपनी तीन सीटें गंवानी पड़ी थी।

आपको बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने 47 सीटें जीतीं, जबकि मायावती को सिर्फ 19 सीटें मिलीं। कहा गया कि मायावती के वजूद पर संकट आ गया है। इस नजरिये से देखें, तो बीएसपी की जरूरत एसपी से गठबंधन की ज्यादा है।