नई दिल्ली: सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर केस में सीबीआई की विशेष अदालत ने जांच एजेंसी पर ही सवालिया निशान खड़ा किए थे। जज ने अपने फैसले में कहा कि ऐसा लग रहा था कि जांच एजेंसी से कुछ नेताओं को फंसाने की तैयारी में थी। जांच इस तरह से और इस दिशा में आगे बढ़ रही थी कि कुछ राजनीतिक नेताओं को किसी भी कीमत पर फंसाना ही था। इस बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि यूपीए के दौरान सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में कांग्रेस खुद सीबीआई की हत्या करने में जुटी थी। ब्लॉग के जरिए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता संस्थाओं की स्वायत्ता की बात करते हैं। लेकिन उन्हें खुद सोचने की आवश्यकता है कि 2004 से 2014 के दौरान संवैधानिक संस्थाओं के साथ उन लोगों ने क्या किया।

जेटली कहते हैं कि इस बात के पुख्ता साक्ष्य हैं कि कांग्रेस ने जांच एजेंसियों के साथ क्या किया। दरअसल जेटली का बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में 22 अभियुक्तों को बरी कर दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा था कि उन लोगों को किसी ने मारा नहीं था। वो तो खुद ब खुद मर गए थे।

ये आरोप लगाया गया था कि 2005 में सोहराबुद्दीन और उसकी पत्नी कौसर बी को फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया गया था। इस मुद्दे पर जेटली कहते हैं कि 2013 में उन्होंने तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह को खत लिखकर बताया था कि सोहराबुद्दीन, तुलसी प्रजापति और इशरत जहां, राजेंद्र राठौर और हरेन पांड्या केस में राजनीति की जा रही है। सीबीआई के फैसले का जिक्र करते हुए वो कहते हैं कि उनके द्वारा लिखे गए हर एक शब्द सच साबित हो रहे हैं।