रामपुर: तीन तलाक बिल को लेकर छिड़े सियासी घमासान में सपा के कद्दावर नेता आजम खां भी कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा है कि मुसलमान के लिए कुरान मान्य है। तीन तलाक पर कानून क्या कहता है, इससे मुसलमानों का कोई लेना-देना नहीं है। आजम ने कहा कि कुरान को मानने वाले मुसलमान जानते हैं कि तलाक लेने के लिए क्या करना है। क़ुरआन में तलाक के बारे में सबकुछ लिखा है। कुरान में लिखे के अलावा तलाक के लिए कोई कानून मान्य नहीं है। तलाक लेने के लिए मुसलमानों को सिर्फ कुरान का कानून ही मानना चाहिए।

उन्होंने कहा कि मुसलमान जहां कहीं भी है, उसके लिए सिर्फ और सिर्फ कुरान का कानून ही मान्य है। दूसरा कोई भी कानून मुसलमानों के लिए मान्य नहीं है। यह हमारा मजहबी मामला है। मुसलमानों के लिए पर्सनल लॉ बोर्ड है। यह हमारा व्यक्तिगत मामला है कि मुसलमान कैसे शादी करेगा और कैसे तलाक लेगा।

आजम ने मौजूदा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पहले उन महिलाओं के बारे में सोचना जरूरी है जिनके पतियों ने उन्हें छोड़ दिया है। उन मुसलमान महिलाओं के लिए कदम उठाने की जरूरत है जो सड़कों पर ठोकर खा रही हैं। सरकार को उन महिलाओं को न्याय दिलाना चाहिए जो गुजरात और अन्य जगह के दंगों की पीड़ित हैं।