अलीगढ: खस्ता हाल अर्थव्यवस्था से जूझ रहे किसानों के लिए आवारा पशु बड़ी समस्या बन गए हैं। देशभर में गो-तस्करी के आरोप में हिंसा की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं लेकिन खुले में घूम रहे गो-वंश के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया जा रहा। रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में किसान कड़ाके की ठंड में फसल को आवारा पशुओं से बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। किसानों के मुताबिक कई बार शिकायतों के बावजूद प्रशासन की तरफ से कुछ नहीं किया जा रहा।

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर और अलीगढ़ समेत कई जिलों में किसान परेशान हैं। एएनआई के मुताबिक किसान मजबूरी में आवारा गांवों को स्कूल में बंद करने पर मजबूर हो रहे हैं। हालात इतने खराब हैं कि किसानों को कड़ाके की ठंड में रातभर जाग कर खेलों की निगरानी करनी पड़ रही है। अलीगढ़ में गोराई गांव में 24-25 दिसंबर की रात फसल बर्बाद होने से नाराज किसानों ने बुधवार को करीब 800 आवारा गायों को एक सरकारी स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र के अंदर बंद कर दिया।

किसानों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन से शेल्टर्स की मांग की थी लेकिन इस पर अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया। दूसरी तरफ प्रशासन का कहना है कि गांवों में गायों के लिए आश्रय स्थल बनवाने की तैयारी है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सालों से देश में गो-रक्षा के नाम पर मॉब लिंचिंग के कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में गायों और अन्य आवारा पशुओं के लिए उचित प्रबंध न किया जाना चिंताजनक है।