नई दिल्ली: टीएमसी ने तीन तलाक बिल के मुद्दे पर अपना रुख साफ कर दिया है। टीएमसी ने साफ कर दिया है कि वो राज्यसभा में बिल का समर्थन नहीं करेगी। इस संबंध में मुस्लिम पर्सनल बोर्ड ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को खत लिखा। टीएमसी के इस फैसले के बाद बोर्ड ने उनका स्वागत किया है। ये बात अलग है कि बीजेपी ने कहा कि टीएमसी को इस मुद्दे पर आधिकारिक फैसला लेना चाहिए।

टीएमसी के इस फैसले पर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि महिलाओं के मुद्दे पर ये ममता बनर्जी की संवेदनहीनता है। उन्होंने कहा कि एक तरफ वो खुद महिला हैं। महिलाओं के मुद्दे पर वो मुखर होने का दावा करती हैं। लेकिन जिस तरह से तीन तलाक के मुद्दे पर टीएमसी का रुख सामने आया है वो उनके दोहरे व्यवहार को बताता है।

पर्सनल लॉ बोर्ड ने ममता बनर्जी को खत लिखकर राज्यसभा में बिल को समर्थन न देने की अपील की थी। बोर्ड का कहना है कि बिल में कई तरह की खामियां है। इसकी वजह से मुस्लिम समाज से जुड़े पुरुषों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस बिल के पारित हो जाने से ज्यादातर लोग स्वार्थवश बेजा इस्तेमाल करेंगे और इसकी वजह से मुस्लिम समाज के आपसी सद्भाव पर असर पड़ेगा।