नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव में अब बस कुछ महीने शेष रह गए हैं। हालांकि, कुछ दिनों पहले देश के पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों से भाजपा बेदखल हो गई। इस नतीजे के बाद माना जाने लगा कि देश में नरेंद्र मोदी और एनडीए के प्रति जनता का मोह भंग हो रहा है। इस बीच एबीपी न्यूज और सी-वोटर ने एक सर्वे किया है। सर्वे के मुताबिक, यदि आज लोकसभा चुनाव होते हैं तो एनडीए 291 सीटों पर सिमट सकती है। वहीं, यूपीए को 171 व अन्य को 81 सीटें मिलेगी। यदि पिछले लोकसभा चुनाव नतीजों की बात करें तो अकेले भाजपा की 282 सीट पर जीत हुई थी, जबकि सरकार बनाने के लिए मात्र 272 सीटों की ही जरूरत थी। वहीं, सहयोगियों की 54 सीटों को जोड़ने के बाद एनडीए ने कुल 335 का आंकड़ा छुआ था।

सर्वे के नतीजे यह भी बता रहे हैं कि यदि सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में बुआ (मायावती) और बबुआ (अखिलेश यादव) साथ आ जाते हैं, तो भाजपा का खेल बिगड़ सकता है। एनडीए की सीटें घटकर 247 हो जाएंगी। यूपीए को 171 व अन्य के खाते में 125 सीटें जाएंगी। बिहार में भाजपा, लोजपा और जदयू के गठबंधन वाली एनडीए 35 सीटों पर जीतती दिख रही है। वहीं, लालू यादव की राजद, उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा, जीतन राम मांझी की हम और कांग्रेस की महागठबंधन 5 सीटों पर सिमटती दिख रही है। हालांकि, महाराष्ट्र में भाजपा को तगड़ा झटका लगने के आसार हैं। यहां लोकसभा की 48 सीटें हैं। यहां एनडीए 18 सीटों पर सिमटती दिख रही है। वहीं, यूपीए 30 सीटों के साथ आगे है।

गुजरात में एनडीए 24 सीटों पर आगे दिख रही है। जबकि यूपीए 2 सीटों पर सिमट रही है। राजस्थान में एनडीए 19 सीटों पर जीत दर्ज करती दिख रही है तो यूपीए 6 सीटों पर सिमटती दिख रही है। छत्तीसगढ़ में एनडीए को 5 सीट मिलता दिख रहा है तो यूपीए 1 सीट पर बढ़त के साथ 6 सीटों पर जीतती दिख रही है।

पश्चिम बंगाल में नतीजा दीदी (ममता बनर्जी) के पक्ष में दिख रहा है। यहां एनडीए को 9, यूपीए को 1 और तृणमूल कांग्रेस के खाते में 32 सीटें जाती दिख रही है। पूर्वोत्तर भारत के कुल 25 सीटों में से एनडीए को 19, यूपीए को 4 और अन्य के खाते में 2 सीटें जाती दिख रही है। बात दक्षिण भारत की करें तो यहां की कुल 129 सीटों में से एनडीए को 15, यूपीए (डीएमके सहित) को 80 और अन्य को 34 सीटें मिलती दिख रही है।

इस सर्वे में उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर के राज्यों के 57,701 लोगों ने हिस्सा लिया। सर्वे में शामिल लोगों से गठबंधन की संभावनाओं को लेकर भी सवाल पूछे गए। ये सर्वे नवंबर के आखिरी हफ्ते से लेकर दिसंबर के तीसरे हफ्ते के बीच किया गया।