लखनउ। काशी में सैकड़ों शिवलिगों, नंदी को फेंकने के मामले में भाजपा सरकार ने 125 करोड़ सनातन धर्मावलम्बियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है इसके मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री देश की जनता से माफी मांगे। उक्त मांग कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने विधानसभा का बहिर्गमन करते हुए की।
विधानसभा में सदन के दौरान नियम 311 के अंतर्गत काशी में सैकड़ो की संख्या में शिवलिंगों तथा नंदी की मूर्तियों को नाले किनारे मिलने के मामले को लेकर कांग्रेस विधायकों ने सूचना देकर परिचर्चा की मांग की जिसको सदन ने अस्वीकार कर दिया। इस पर सभी विधायक नरेश सैनी, मसूद अख्तर, आराधना मिश्रा ‘मोना’, अजय कुमार लल्लू, राकेश सिंह, अदिति सिंह और सोहिल अख्तर अंसारी ने सदन का बहिर्गमन किया।

कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि काशी विश्वनाथ कोरिडोर के नाम पर सैकड़ो प्राचीन मंदिरों को भाजपा की इस सरकार ने तोड़ा है और हिंदुओं के अराध्य देव भगवान शिव की मूर्तियों को अनैतिक तरीके से फेंका है। इसकी जवाबदेही भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की है। इसलिए वे सीधे तौर पर इसके लिए देश के करोड़ो हिंदुओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और दोषीयों के विरूद्व दण्डात्मक कार्यवाही करें।