पर्थः भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ यादगार प्रदर्शन करते हुए सबका दिल जीत लिया। इस गेंदबाज ने दूसरे टेस्ट मैच में कंगारुओं की दूसरी पारी के दौरान ऐसा कहर बरपाया जैसा उनकी गेंदबाजी में आज तक कभी नहीं देखा गया था। शमी ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के 6 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया और रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा डाली। इस दौरान शमी की रफ्तार और बाउंस ने सबको हैरत में डाल दिया। ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर एक जमाने में जैसा जलवा ब्रेट ली और मिचेल जॉनसन जैसे पूर्व कंगारू तेज गेंदबाज बिखेरा करते थे, शमी ने कुछ वैसा ही कर दिखाया और वो भी मेजबान टीम के खिलाफ। आइए जानते हैं शमी के इस यादगार प्रदर्शन के बारे में।

मोहम्मद शमी ने पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम की पहली पारी में 80 रन लुटाए थे और एक भी विकेट नहीं लिया था..लेकिन दूसरी पारी में वो अलग ही अंदाज में नजर आए। कंगारू बल्लेबाज उनकी गेंदें खेलने में पूरी तरह असक्षम नजर आ रहे थे। शमी ने मैच के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया के धुरंधर बल्लेबाज एरोन फिंच को अपनी एक बाउंसर पर घायल करके पवेलियन लौटने पर मजबूर कर दिया था जबकि दूसरे दिन जब फिंच दोबारा बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे तो शमी ने उन्हें आउट भी कर दिया। आइए जानते हैं शमी ने किसका-किसका विकेट लिया और कैसे इन बल्लेबाजों को आउट किया..(6/56)

मोहम्मद शमी के इस शानदार प्रदर्शन के साथ ही उन्होंने एक खास आंकड़ा भी अपने नाम कर लिया है। पिछले सात सालों में वो पहले ऐसे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं जिसने एक साल में 40 से ज्यादा टेस्ट विकेट हासिल किए हैं। इससे पहले 2011 में अनुभवी भारतीय पेसर इशांत शर्मा ने ये कमाल किया था। इशांत ने 2011 में 43 टेस्ट विकेट हासिल किए थे जिसके बाद से ये आंकड़ा कोई पार नहीं कर सका था।

मोहम्मद शमी ने अपने टेस्ट करियर की एक पारी में अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर दिखाया है। इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इसी साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में देखने को मिला था। शमी ने उस पारी में 28 रन देते हुए दक्षिण अफ्रीका के 5 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था। इस बार उन्होंने पहली बार एक पारी में 6 विकेट का आंकड़ा छूने में सफलता हासिल कर ली है। दिलचस्प बात ये है कि शमी ने अपने दो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन विदेशी पिचों पर दर्ज कराए हैं।